ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स एआईएफटीपी के पूर्वी क्षेत्र ने किया आयोजन
कोलकाता । कर्नाटक हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शुभ्र कमल मुखर्जी ने कर प्रणाली और प्रक्रिया को सरल बनाने पर जोर दिया है। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स (एआईएफटीपी) के पूर्वी क्षेत्र द्वारा गत 26 एवं 27 फरवरी को आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। जस्टिस मुखर्जी ने कहा कि कर आम जनता के लिए होते हैं इसलिए उनको भरा जाना चाहिए मगर कर प्रक्रिया सरल होनी चाहिए जिससे आम जनता को रिटर्न भरने में परेशानी न हो। इसके लिए सभी सरकारों को साथ आना चाहिए। वहीं उद्घाटन सत्र पर में वाणिज्यिक कर निदेशालय, पश्चिम बंगाल के आयुक्त खालिद अजीज अनवर ने कर प्रणाली को लेकर राज्य की चिंता पर बात की और फर्जी पंजीकरण की समस्या भी उठायी। इस सम्मेलन की थीम “न्यू टैक्स लॉ इम्पैक्ट एंड प्रमोशन थी। आयोजन में देश भर के 400 से अधिक प्रख्यात टैक्स प्रैक्टिशनर्स ने भाग लिया।
यह राष्ट्रीय सम्मेलन के जरिए प्रोफेशनल टैक्स प्रैक्टिशनर्स की दक्षताओं को बनाए रखने और उन्हे इस बारे में उनकी जानकारी को और विकसित करने के लिए, जिससे कोर्ट में मुकदमेबाजी और विभिन्न क्षेत्रों में उनके ज्ञान, विशेषज्ञता और कौशल सेट को बढ़ाने के लिए एक प्रयास किया गया है।
इसके साथ इस सम्मेलन में डी.के. गांधी (एआईएफटीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष), माननीय न्यायमूर्ति मोहम्मद निजामुद्दीन, (न्यायाधीश कलकत्ता उच्च न्यायालय), अचिंत्य भट्टाचार्जी (सम्मेलन अध्यक्ष) उपस्थित थे।
सम्मेलन सचिव और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एआईएफटीपी विवेक अग्रवाल ने कहा, यह अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन टैक्स प्रैक्टिशनर्स के प्रोफेशन का एक अभिन्न अंग है, जो टैक्स प्रोफेशनल्स को उनके ज्ञान को बढ़ाने में मदद करता है। डॉ. अशोक सराफ और एन.डी. साहा के कुशल मार्गदर्शन में फेडरेशन नई ऊंचाई और उपलब्धि के शिखर पर बढ़ता जा रहा हैं।