मौत के मुंह ऐसे खींच लाया अर्धांगनी को
पाली । फरवरी के महीने प्यार का प्रतीक माना जाने लगा है। इसी बीच प्रेम की ऐसी दास्तां राजस्थान के पाली जिले से सामने आई है, जिसे जानकर आप भी यहीं कहेंगे, प्यार हो तो ऐसा…। यहां दरअसल पत्नी को मौत के मुंह से वापस लाने के लिए डॉक्टर पति ने अपनी नौकरी दांव पर लगा दी। यही नहीं इलाज के लिए एमबीबीएस की डिग्री गिरवी रखकर 70 लाख का कर्ज लिया। इलाज पर करीब सवा करोड़ रुपये खर्च हुए, लेकिन इस परिस्थितियों से हार ना मानते हुए उसने अपनी पत्नी को बचा लिया।
मई 2021 में खुशहाल जिंदगी में आया भूचाल
बता दें कि पाली जिले के खेरवा गांव के 32 वर्षीय डॉ सुरेश चौधरी पीएससी में पोस्टेड है । वे पत्नी और 5 साल के बच्चे के साथ गांव में ही रहते हैं । मई 2021 में उनकी खुशहाल जिंदगी में भूचाल सा आ गया। कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी। पत्नी अनिता चौधरी को बुखार आया और 13 मई को कोरोना से तबीयत ज्यादा बिगड़ गई । अंजू को बांगड़ अस्पताल लेकर गए , लेकिन वहां बेड नहीं मिला।
जोधपुर एम्स में किया भर्ती
इसके बाद 14 मई को जोधपुर एम्स में भर्ती करवाया। 2 दिन वहां रहने के बाद रिश्तेदार को पत्नी के पास छोड़कर ड्यूटी पर आ गए, क्योंकि कोरोना पिक पर था और डॉक्टरों को छुट्टी नहीं मिल रही थी। 30 मई को जोधपुर एम्स में पत्नी से मिलने पहुंचे, तो हालत और ज्यादा बिगड़ गई थी। वे छोटे वेंटिलेटर पर थी और लंग्स खराब हो चुके थे । डॉक्टरों ने बताया बचना मुश्किल है, लेकिन सुरेश ने हार नहीं मानी और पत्नी को अहमदाबाद लेकर 1 जून को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवया ।
87 दिन बाद ईश्वर ने सुनी, पत्नी ने स्वास्थ्य में आया सुधार
अंजू का वजन 50 किलो से गिरकर 30 किलो हो गया। शरीर में खून भी मात्र डेढ़ यूनिट बचा था। अंजू को ईसीएमओ मशीन पर लिया इस मशीन के जरिए हार्ट व लंग्स ऑपरेट होते हैं । यहां का रोजाना का खर्च एक लाख से ज्यादा था, सुरेश कर्ज के बोझ तले दबे जा रहे थे, लेकिन उनका एक ही मकसद था पत्नी की जान बचाना। आखिर ईश्वर ने इनकी सुनी और पूरे 87 दिन बाद इस मशीन पर रहने के बाद अनीता के लंग्स में सुधार हुआ और वह फिर से बोलने लगी। कुछ ही दिनों में उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
4 बैंकों में गिरवी रखकर 70 लाख का लिया कर्ज
डॉ सुरेश चौधरी ने बताया कि एमबीबीएस की डिग्री के रजिस्ट्रेशन नंबर 4 बैंकों में गिरवी रखकर 70 लाख का कर्ज लिया। अंजू कहती है कि पति की जीत और जुनून के कारण ही वह जिंदा है।