कुवैत सिटी : कुवैत की सेना ने मंगलवार को कहा कि महिलाएं अब सेना में युद्धक भूमिकाओं में भी शामिल हो सकती हैं। सालों तक सेना में सिर्फ नागरिक भूमिकाओं में सीमित रहने वाली महिलाओं के लिए यह पहला मौका है। कुवैत सशस्त्र बलों ने ट्वीट करते हुए बताया कि रक्षा मंत्री हमद जबेर अल-अली अल-सबाह ने कहा है कि महिलाओं के लिए विभिन्न लड़ाकू और अधिकारी रैंकों में शामिल होने के लिए दरवाजा खोल दिया गया है।
न्यूज एजेंसी कुना की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री ने कहा कि समय आ गया है कि कुवैती महिलाओं को अपने भाइयों के साथ कुवैती सेना में प्रवेश करने का अवसर दिया जाए। उन्होंने महिलाओं की ‘क्षमताओं और कठिनाई को सहने की क्षमता’ पर भरोसा जताया। कुवैत की महिलाओं को साल 2005 में वोट देने का अधिकार मिला था। इस देश में महिलाएं कैबिनेट और संसद दोनों में हिस्सा लेने के लिए सक्रिय हैं।
चिकित्सा सहायता देंगी महिलाएं
हालांकि वर्तमान में संसद में कोई सीट महिलाओं के पास नहीं है। अन्य खाड़ी देशों के विपरीत कुवैत की संसद को विधायी शक्ति हासिल है। यहां सांसदों को सरकार और राजघरानों को चुनौती देने के लिए जाना जाता है। महिलाएं कुवैत सेना में शामिल होने के अपने शुरुआती चरण में चिकित्सा और दूसरी सैन्य सेवाओं में अपनी सहायता देंगी।
महिलाओं ने मनवाया अपना लोहा
खाड़ी देशों में कुवैत उन देशों में शामिल है जहां महिलाओं को समान अधिकार मिले हुए हैं। कई क्षेत्रों में महिलाएं पहले भी अपना लोगा मनवा चुकी हैं। इसीलिए उन्हें सेना में पुरुषों के साथ मिलकर लड़ने का मौका दिया गया है। महिलाओं को समान अधिकार देने के मामले में यूएई सबसे आगे है। हालांकि लंबे संघर्ष के बाद सऊदी अरब की महिलाएं भी अब आगे बढ़ रही हैं।