त्रेता युग से कलयुग तक,
हर भारतवासी याद करें,
जब संकट आए भारत पर,
माधव ही उद्धार करें।
द्रौपदी की लाज बचाई,
शांतिदूत भूमिका निभाई,
विराट रूप दिखा दुर्योधन को,
अपनी सही पहचान बताई।
हे नंदनंदन भारत को अब,
तुम्हारी बहुत जरूरत है,
युद्ध चाहने वालों को,
समझाने की जरूरत है।
भारत रथ के सारथी बनकर,
अर्जुन की तरह संभालो केशव,
हो तम का नाश उजाला फैले,
यही अर्चना करते माधव।
भारतवासी करें यह वंदन,
अत्याचारों का कर दो खंडन,
स्वीकार करो प्रभु यह अभिनंदन,
करें हाथ जोड़ यही आराधन।