नीना रीढ़ की हड्डी में एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं। वे इसकी वजह से चल नहीं पाती। लेकिन तमाम मुश्किलों के बाद भी जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहती हैं। निबंध, पेंटिंग और वाद-विवाद प्रतियोगिता में अब तक वे कई पुरस्कार जीत चुकी हैं। नीना का जन्म दुबई के एक बिजनेसमेन अब्दुल करीम नीजर के घर हुआ। जब वे एक साल की थीं तब से ये समझ में आया कि उनकी हडि्डयां कमजोर हैं जिसकी वजह से वह चल नहीं सकती। डॉक्टरों ने बताया कि उसे विटामिन डी की कमी है। उसके बाद उसकी कई सर्जरी हुईं। लेकिन जब कोई फायदा नहीं हुआ तो वह भारत आ गईं और चेन्नई में उनका इलाज हुआ।
उसके बाद लंदन और अमेरिका में भी सर्जरी हुई लेकिन कोई फायदा न होने पर वह फिर से दुबई चली गई। वहां उसने एम फिल की डिग्री ली। वह दिव्यांग बच्चों को मोटिवेट करने में अपना वक्त बिताने लगी और उसने इन बच्चों की मोटिवेशनल क्लास शुरू की। उसके बाद उसने एक अमेरिकन लड़के से शादी की और वह दो बच्चों की मां भी बनी। लेकिन जब बच्चों को भी नीना की तरह यही बीमारी हुई तो वे अपने बच्चों को अमेरिका के जेसंस फाउंडेशन ले गई जहां उनका इलाज हुआ। इन्हीं हालातों के बीच नीना दुबई से अमेरिका शिफ्ट हुईं और यूएस यूनिवर्सिटी से एजुकेशन लीडरशिप में पीएचडी की। नीना का इलाज और संघर्ष दोनों अब भी जारी है।
(साभार – दैनिक भास्कर)