इन्सटेंट ट्यूटर ऐप फिलो ने उगाहे 2 लाख 60 हजार प्री सीड राउंड
गुरुग्राम : दो दोस्तों द्वारा शुरू किया गया इन्स्टेंट एडुकेशन ऐप फिलो लोकप्रिय होता जा रहा है। हाल ही में बेटर कैपिटल के प्री सीड राउंड में फिलो ने 2 लाख 60 हजार डॉलर उगाहे हैं। सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के जरिए विद्यार्थियों की मुश्किलों को आसान करने वाले इस ऐप को 2020 में इम्बस्त अहमद तथा शादमान अनवर ने शुरू किया था। फिलो के सह संस्थापक तथा सीईओ इम्बस्त अहमद के मुताबिक फिलहाल 10 मिलियन से अधिक विद्यार्थी किसी भी समय स्कूल परीक्षा, कॉलेज में प्रवेश या सरकारी नौकरी इत्यादि की परीक्षाओं में बैठते हैं , लेकिन उनमें से कम से कम आधे अपने प्रश्नों के लिए समय पर और विश्वसनीय समर्थन की कमी के कारण प्रेरणा खो देते हैं। फिलो अब इस समस्या का समाधान दे रहा है। ऐसे परीक्षार्थी फिलो पर, वे एक-से-एक वीडियो कॉल के लिए केवल 60 सेकंड के भीतर मांग पर एक ट्यूटर का उपयोग कर सकते हैं। थोड़े समय में, 35,000+ छात्रों ने फिलो पर सत्र के 1.5 मिलियन मिनट पूरे कर लिए हैं – आवश्यकता अनुभव करने के कुछ मिनटों के भीतर अच्छे ट्यूटर से महत्वपूर्ण प्रश्नों के लिए सहायता प्राप्त करना आसान है। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए फिलो अपने ट्यूटर्स को तेजी से बढ़ा रहा है। इस ऐप का आविष्कार इम्बस्त और शादमान की अपनी कहानी से प्रेरित है। इम्बस्त आईआईटी में जाना चाहते थे मगर वहाँ जाने के लिए उनको सुपर 30 थर्टी में दाखिला लेना पड़ता। उस समय बिहार पुलिस के तत्कालीन डीजीपी अभयानंद इसके प्रमुख थे। उनकी त्वरित सहायता से इम्बस्त आईआईटी में दाखिला ले सके और इस घटना ने उनको फिलो जैसा समाधान लाने के लिए प्रेरित किया। वे कहते हैं कि फिलो पर विद्यार्थी वही पढ़ सकते हैं, जो वह पढ़ना चाहते हैं। आज भी अनगिनत विद्यार्थियों को समुचित शैक्षणिक सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। कोविड -19 के दौरान स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के बंद रहने से उनको बहुत परेशानी हुई। ऐसी स्थिति में फिलो एडुकेशन ऐप इनके लिए समुचित समाधान लेकर आया है। फिलो के शुरुआती निवेशक बेटर कैपिटल के वैभव डोमकुंडवार का कहना है, “फिलो सबसे प्रभावशाली शिक्षा ऐप में से एक है, जो शहरी अच्छी तरह से करने वाले छात्रों से लेकर भारत के दूरदराज के हिस्सों में गरीब छात्रों तक सभी के लिए एक अच्छे शिक्षक पहुँचा रहता है। फिलो के साथ जुड़ना शानदार है। गौरतलब है कि बेटर कैपिटल ने स्किल लिंक, टीचमिंट, विरोहन जैसे अन्य शैक्षणिक स्टार्टअप में निवेश किया है।