नयी दिल्ली : गेटे इंस्टीट्यूट ने स्कूलों के प्रिंसिपलों को छिपे अवसरों की सूझबूझ देने और विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य प्रदान करने के मकसद से 22 से 24 जनवरी तक पहला वर्चुअल पीएएससीएच प्रिंसिपल्स कॉन्फरेंस साउथ एशिया नाॅर्थ 2021 ‘द जर्मन वेज़ ए ड द वेज़ विद जर्मन’ आयोजित किया। सम्मेलन का उद्देश्य गेटे-इंस्टीट्यूट समर्थित उत्तर दक्षि ा एशियाई क्षेत्र के पीएससीएच स्कूलों के प्रधानाचार्यों को एकजुट करना है।तीन दिवसीय सम्मेलन में पीएएससीएच की पहल और इसके लक्ष्यों और इनके परिणामस्वरूप दक्षिण एशियाई विद्यार्थियों और उनके स्कूल के प्रिंसिपलों के लिए सही नजरिये पर विस्तृत विमर्श किया गया। इस अवसर पर दक्षिण एशिया की पीएएससीएच प्रमुख सुश्री वेरोनिका तारान्जिन्स्काजा ने कहा, ‘‘सम्मेलन में शैक्षिक मुद्दों को आपस में जोड़ने पर विचार और विमर्श किया गया। सम्मेलन के डिजिटल होने से वास्तविक सवंाद नहीं हुआ लेकिन हम भारत, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान और ईरान के स्कूलों के प्रिंसिपलोें और उनके प्रतिनिधियों के बीच अंतरंग संवाद का आयोजन कर पाए।’’ सम्मेलन के पहले दिन अतिथियों का स्वागत क्षेत्रीय संस्थान नयी दिल्ली के निदेशक और दक्षिण एशिया क्षेत्र के प्रमुख डॉ. बर्थोल्ड फ्रेंक और इसके बाद गेट-े इंस्टीट्यूट म्यूनिख के भाषा विभाग प्रमखु डॉ. क्रिस्टोफ वल्डह्यसू ने किया। नयी दिल्ली स्थित जर्मन दूतावास के सांस्कृतिक और वीजा विभाग ने सम्मेलन के लिए सहयोग देने के साथ दक्षिण एशिया में पीएएससीएच-नेटवर्क की भूमिका पर आरंभिक विचार रखे और साथ ही, जर्मनी के लिए वीजा के आवेदन संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।