कोलकाता : लॉजिस्टिक्स मेजर ट्रान्सपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) द एसोसिएटेड चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचेम) के नये अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने हीरानंदानी ग्रुप ऑफ कम्पनीज के सह संस्थापक तथा प्रबन्ध निदेशक डॉ. निरंजन हीरानंदानी की जगह ली है जिन्होंने इस शताब्दी वर्ष में अपना कार्यकाल पूरा किया है। विनीत अग्रवाल ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महामारी के बाद का समय चुनौतियों का समय है और वे उद्योग जगत, सरकार, अकादमिक जगत, नागरिक समाज तथा एसोचेम के कर्मचारियों के साथ मिलकर नये अवसर बनाने के लिए काम करेंगे। अग्रवाल ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (एआईएमए) की यंग लीडर्स काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
दूसरी तरफ रि न्यू पावर के सीएमडी सुमन्त सिन्हा एसोचेम के नये सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बने हैं। एसोचेम के महासचिव दीपक सूद ने कहा कि इन दोनों नये पदाधिकारों के मार्गदर्शन में एसोचेम और आगे बढ़ेगा।
मायरे टेक्नीमॉन्ट ने भारत में बढ़ाया कारोबार
कोलकाता : मायरे टेक्नीमॉन्ट एसपीए ने भारत में अपना कारोबार बढ़ा रही है। भारत में अपनी इकाई टेक्नीमॉन्ट प्राइवेट लिमिटेड के जरिए आईओसीएल से कम्पनी ने हाथ मिलाया है और यह अनुबन्ध 255 मिलियन अमरीकी डॉलर का होगा। परियोजना इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, निर्माण और कमिशनिंग गतिविधियों के क्षेत्र में केन्द्रित होगी। एक्रेलिक एसिड का निर्माण पूरा होने पर इसकी सालाना क्षमता 90 हजार टन होगी जबकि नई ब्यूटाइल एक्रिलेट यूनिट में प्रति वर्ष 150,000 टन की क्षमता होगी। मैकेनिकल पूर्णता के लिए समय अनुसूची 26 महीने है। मायरे टेक्नीमॉन्ट ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पायरोबर्टो फोल्गिएरो, ने कहा, “भारत में हरित रसायन विज्ञान और परिपत्र अर्थव्यवस्था के औद्योगीकरण का समर्थन करने के लिए आईओसीएल के साथ समझौता ज्ञापन की हाल ही में घोषणा के बाद, हम इस तरह के एक प्रमुख ग्राहक के लिए एक रणनीतिक संबंध को मजबूत करते हैं पेट्रोकेमिकल व्यवसाय में भी । पेट्रोकेमिकल उत्पादों की बढ़ती मांग की बदौलत हमारी प्रौद्योगिकी-संचालित रणनीति ने हमें एक बार फिर से एक ऐसे बाजार में अवसरों का निवेश करने का मौका दिया है। अंत में, “भारत देश मूल्य” को अधिकतम करने के उद्देश्य से भारत सरकार की रणनीतिक दृष्टि के साथ, हमारी भारतीय इकाई बड़ी जटिल परियोजनाओं के प्रबंधन में अपनी मजबूत क्षमताओं की पुष्टि करते हुए कार्य को जिम्मेदारी के एक बिंदु के रूप में निष्पादित करेगी।