ये दुनिया सफलता के पीछे भागती है औऱ कहती है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। अब खुद से पूछिए…आपने खुद कोशिश करने वाले किसी संघर्षरत व्यक्ति को कितना समझा औऱ कितनी सहायता की। कड़वी हकीकत है कि कोशिश और संघर्ष के दौरान व्यक्ति का मजाक उड़ाते हैं आप या पल्ला झाड़ते हैं। अगर नाकाम हुआ तो आप उसका जीना दूभर कर देते हैं…तो दोहरेपन की शिकार इस दुनिया में आप कहाँ खड़े हैं…ये आपको देखना है। बहरहाल पीहू को इस मामले पर कुछ कहना है.। पीहू एक प्रेरक वक्ता, संस्कृति कर्मी औऱ शिक्षिका होने के साथ उद्यमी भी हैं…आप सुनिए –