कोलकाता : महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के क्षेत्रीय केंद्र, कोलकाता में 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। सबसे पहले केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार ‘सुमन’ ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण करने के बाद ध्वजारोहण किया। इसके बाद राष्ट्रगान के साथ तिरंगे को सलामी दी गई। केंद्र प्रभारी ने वहाँ उपस्थित विद्यार्थियों एवं कर्मियों को भारतीय संविधान के प्रस्तावना की भी शपथ दिलाई।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ सुनील ने कहा कि आज़ादी का दिन इस देश के हर नागरिक के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसकी कीमत महज खुद आज़ाद रहने में नहीं है बल्कि सबको अपने अधिकारों के साथ आज़ाद रहने देने में भी है। हमें हर कीमत पर संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करनी होगी, तभी इस देश के हर गरीब-वंचित की अस्मिता सुरक्षित रह पाएगी। उन्होंने कहा कि आज का दिन समतामूलक समाज बनाने के संकल्प को मजबूत करने का दिन है। भारत को जातिगत-धार्मिक उन्माद, महिला उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के दलदल से बाहर निकालना सबसे जरूरी काम है। इसमें अकादमिक संस्थानों की भूमिका काफी बढ़ जाती है और यह काम बौद्धिक जगत ही कर सकता है। कोरोना महामारी के मद्देनजर सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करते हुए यह आयोजन संपन्न हुआ। इसमें राकेश श्रीमाल, डॉ आलोक सिंह, पूजा गौतम, सुखेन शिकारी, रीता बैद्य, अमित साह एवं बलबीर मोदी आदि की उपस्थिति प्रमुख रही।