सीबीएसई बोर्ड की कैंसिल परीक्षाओं को लेकर अभी भी स्टूडेंट्स के मन में कई प्रकार की जिज्ञासाएं हैं। ऐसे ही कुछ प्रश्नों के जवाब हम लाए हैं आपके लिए, जो कुछ हद तक आपकी जिज्ञासा को शांत करेंगे। सीबीएसई बोर्ड ने पिछले दिनों कई सारी घोषणाएं की जिनसे बहुत से बदलाव भी हुए. जो परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के मध्य आयोजित होनी थी वे भी रद्द हो गयीं. इस बीच स्टूडेंट्स के मन में कई सारे सवाल उभर रहे हैं जिनके जवाब एबीपी न्यूज की वेबसाइट पर मिले और वहीं से जो जानकारी मिली…उसी को हम आप तक पहुँचा रहे हैं।
स्थितियां ‘अनुकूल’ होने का क्या मतलब है? यह कौन तय करेगा कि अब परीक्षाओं का संचालन कराने के लिए स्थितियां ठीक हैं?
‘अनुकूल’ का मतलब होता है एक निश्चित स्थिति या परिणाम की सम्भावना बनना। यहाँ इस बात का मतलब कोविड 19 के दौरान अनुकूल स्थिति बनने से है, यानी की स्थितियां इस लायक हों, जिनमें परीक्षाएं आयोजत की जा सकें. मोटे तौर पर कहा जाए तो इसका यहाँ मतलब है कि कोरोना के मामलों में कमी आए या कोई और मजबूत तरीका निकाला जा सके जिससे कोरोना से बचाव हो सके। ऐसा कुछ होने पर ही परीक्षाएं आयोजित हो पाएंगी. सेंट्रल गर्वनेंट के तहत आने वाली मानव संसाधन विकास मंत्रालय यह तय करेगा की स्थितियां कब अनुकूल हैं.
- अगर मैं परीक्षा न देने का चुनाव किया जाए तो अंक कैसे मिलेंगे?
सेंटर ने एपेक्स कोर्ट को इस बारे में यह बताया है कि किसी पर्टिकुलर विषय में अंक देने के लिए स्टूडेंट के उस विषय की पिछली तीन परीक्षाओं को ध्यान में रखा जाएगा. इसमें इंटर्नल ऐसेसमेंट, प्रोजेक्ट वर्क, असाइमेंट्स आदि भी शामिल किये जा सकते हैं. हालांकि इस बारे में अभी सीबीएसई का कोई आधिकारिक नोटिस जारी नहीं हुई है। जल्द ही नोटिस जारी होगी जिसमें आप अंकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- आन्तरिक मूल्यांकन से अंक पाने का विकल्प कब तक अपनाया जा सकता है?
सीबीएसई ने अभी इस बारे में कोई तारीख घोषित नहीं की है. पर एग्जाम न देकर इंटर्नल ऐसेसमेंट से अंक पाने का विकल्प चुनने के लिए आपको एक निश्चित समय दिया जाएगा. इसको लेकर बिल्कुल भी चिंतित न हों.
- क्या मैं आन्तरिक मूल्यांकन और परीक्षा, दोनों चुन सकता हूं? जिसमें मेरे अंक अच्छे आएंगे उन्हें अंतिम अंक मान लिया जाए?
नहीं। आप आन्तरिक मूल्यांकन और परीक्षा, देने में से कोई एक विकल्प ही चुन सकते हैं. अगर आप परीक्षा देने का चुनाव करते हैं तो इन परीक्षा में पाए गए अंक ही अंतिम माने जाएंगे. नये नोटिफेकिशन में इस बाबत अगर कोई सूचना आती है तो इसकी जानकारी आप तक पहुंचायी जाएगी.
- सीबीएसई बोर्ड ने फिलहाल एसेसमेंट के लिए क्या तरीका अपनाने की योजना बनाई है?
1. परीक्षाएं रद्द हो जाने के बाद अब सीबीएसई बोर्ड कुछ बिंदु हैं, जिनको ध्यान में रखकर परिणाम घोषित करेगा।
2. 10वीं और 12वीं के वे विद्यार्थी जिनकी सभी विषयों की परीक्षाएं संपन्न हो चुकी हैं, उन्हें इन परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर ही अंक दिए जाएंगे.
3. वे विद्यार्थी जो तीन से ज्यादा विषयों की परीक्षा दे चुके हैं, उनके तीन विषयों के अंकों के आधार पर परिणाम घोषित होगा. ये तीन विषय वो होंगे जिसमें विद्यार्थी के सबसे अच्छे अंक आये होंगे.
4. वे विद्यार्थी जो कुल तीन विषयों की ही परीक्षा दे पाए हैं, उनके दो विषयों के अंक ध्यान में रखे जाएंगे, जिसमें उनके सबसे अच्छे अंक आये होंगे.
5. वे स्टूडेंट्स जो केवल एक विषय की परीक्षा दे पाएं हैं, उन्हें, इंटर्नल/प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट एसेसमेंट के आधार पर अंक दिए जाएंगे. हालांकि ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या काफी कम है. अधिकतर पूर्वी दिल्ली के स्टूडेंट्स ही इस श्रेणी में आते हैं.