कोलकाता : मई 2020 में कोलकाता में 2009 के चक्रवात आइला से भी भयावह अम्फान तूफान आया और इसे सदी की प्राकृतिक आपदाओं में भी गिना जा रहा है। अम्फान के कारण घर, पेड़, बिजली के खम्भे गिरे, गाँवों में पानी भर आया और लोग पुल और सड़कों पर आ गये। दो माह पहले से ही कोविड से पीड़ित महानगर में अम्फान के कारण स्थिति और भी बिगड़ गयी। अम्फान के कारण अर्थव्यवस्था को गहरी क्षति पहुँची, अन्न की कमी और महँगाई भी बढ़ गयी। ऐसी स्थिति में स्पेड दक्षिण 24 परगना के नामखाना और सागर द्वीप औऱ पूर्व मिदनापुर के सूताहाटा ब्लॉक में लोगों की मदद कर रहा है। इन इलाकों में भी लोग भोजन और पेयजल को तरस गये थे। इस स्थिति को देखते हुए स्पेड ने सोशल मीडिया खासकर फेसबुक का सहारा लिया. व्यक्तिगत और संस्थानगत सम्पर्कों की मदद से 6 लाख रुपये एकत्रित किये गये। स्पेड के स्व निर्भर समूहों की महिलाओं ने 1 हजार रुपये की कीमत वाले 600 बैग तैयार किये जिनमें जरूरी सामान थे। पीड़ित ग्रामीणों तक सहायता पहुँचाना भी एक चुनौती थी। मैटाडोर वैन्स,नाव औऱ पैदल ही पहुँचने की तैयारी की गयी। स्पेड इन दिनों माँ शारदा महिला संघ और पी यू पी ए के साथ काम कर रहा है और लम्बे समय से ऑक्सफैम इंडिया, इन्डो ग्लोबल सोशल सर्विसेज (आईजीएसएसएस) के साथ ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सक्रिय है। स्पेड का मानना है कि लोग आपदा के समय साथ खड़े होने को तैयार रहते हैं। स्पेड के निदेशक (संसाधन) इन्द्रजीत दत्त कहते हैं कि उनका यह गैर सरकारी संगठन पिछले 25 साल से जरूरतमंद लोगों के साथ है और आपदा के समय में राहत प्रदान कर रहा है, उनके साथ है। अब योजना पीड़ित लोगों के पुर्नवास की है, उनके जीवन – यापन की व्यवस्था कर देने की है और यथाशीघ्र स्कूल खड़ा करने की योजना है जिससे जीवन सामान्य हो सके।