यमुनानगर : कोरोनोवायरस से बढ़ते संक्रमण से लड़ने के लिए रेलवे ने आपात स्थिति के लिए कोच में आइसोलेशन वार्ड तैयार किए हैं। रेलवे की यमुनानगर जिले में स्थित जगाधरी वर्कशॉप ने रेल कोच में बदलाव करके उसे आइसोलेशन वार्ड बना दिए हैं।
इस स्लीपर कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदला गया है।
उत्तर रेलवे की जगाधरी वर्कशॉप ने मौजूदा स्लीपर कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया है। हर डिब्बे को पहले सैनिटाइज किया गया। इसके बाद उसमें बदलाव किए गए हैं। इन कोच में काम करने वाले कर्मचारी भी अपने हाथ सैनिटाइज कर रहे हैं और उन्हें डब्लूएचओ के नियमों के मुताबिक उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं।
रेलवे ने कोच में जो आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं। उसमें टॉयलेट पैन को बंद करके दो शौचालय को बाथरूम में परिवर्तित किया गया है। इसमें हाथ साफ करने व नहाने की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक बाथरूम में एक बाल्टी और मग रखा गया है। रोगी के बेड की मिडिल वाली बर्थ को हटाया गया है। वहीं प्लाईवुड लगाकर डिब्बे के निचले हिस्से को बंद किया गया है। प्रत्येक कोच में चार बेड ऐसे बनाए हैं, जिसमें ग्लूकोज चढ़ाने की भी व्यवस्था है। चिकित्सा उपकरणों के लिए प्रत्येक कोच में 220 वाट की इलेक्ट्रॉनिक सर्किट लगाई गई है। प्रत्येक डिब्बे में पर्दे लगाए गए हैं। हर कोच में 10 आइसोलेशन वार्ड हैं। बाहर से 415 वाट की बिजली की आपूर्ती की जा सकती है।
इसके अतिरिक्त उपयोग के अनुसार प्रति दिन 400 सुरक्षा मास्क बनाए जा रहे हैं। स्टाफ नर्स, मैट्रॉन और मरीजों के लिए एप्रन भी तैयार किए जा रहे हैं। मेडिकल स्टाफ की आवश्यकता के अनुसार जगाधरी वर्कशॉप में डॉक्टरों के लिए पीपीई किट और कवरॉल बनाने हेतु फेब्रिक प्रोक्यूर्मेंट की प्रक्रिया की ज रही है। जल्द से जल्द कच्चे माल की खरीद के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि चिकित्सा देखभाल किट और संबंधित वस्तुओं को बनाया जा सके।