दलबीर कौर अपने भाई सरबजीत सिंह पर तब फिल्म बनाना चाहती थीं जब वे पाकिस्तान की जेल में थे, लेकिन यह अब संभव हो पाया है जब उन्हें मरे दो साल होने को हैं।
‘सरबजीत’ फिल्म में लीड रोल कर रहे रणदीप हुडा से जब दलबीर कौर ने मुलाकात की तो पाया वे उनके भाई के किरदार के लिए एकदम परफेक्ट हैं। ओमंग कुमार निर्देशित ‘सरबजीत’ उस भारतीय की कहानी है जिसकी मौत पाकिस्तानी जेल में साथ में बंद कैदियों से हुई झड़प में हो गई थी।
दलबीर का कहना है ‘रणदीप कमाल के हैं। उन्होंने मेरे भाई का किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया। जब मैं पहली बार उनसे मिली तो मुझे उनमें मेरा भाई ही नजर आया। जब मैंने उन्हें देखा तो वे एक जेल में थे और मैं अपने आंसू रोक नहीं पाई थी। मैं बुरी तरह रोई थी। मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ गया था और लगभग बीमार हो गई थी। मेरे लिए वो लम्हे जबरदस्त रूप से भावुक कर देने वाले थे। मैंने उन्हें बताया था कि मुझे शक है कि मैं यह फिल्म देख पाऊंगी। अब मैं फिर भी ठीक महसूस कर रही हूं।’
पाकिस्तानी कोर्ट ने सरबजीत को आतंकवाद फैलाने और जासूसी का दोषी ठहराया था। उनकी मौत 49 साल की उम्र में हुई। ऐश्वर्या राय बच्चन इस फिल्म में दलबीर का किरदार निभा रही हैं। दलबीर ने अपने भाई की आजादी के लिए दो दशक तक लड़ाई लड़ी।
दलबीर ने बताया ‘मैं ऐश्वर्या से मिली और उन्हें बताया कि मैं बेहद खुश हूं कि वे मुझ पर आधारित रोल कर रही हैं। उन्होंने मुझपर काफी रिसर्च किया है। अपनी तरफ से पूरा न्याय किया, वे अद्भुत कलाकार हैं।’
उन्होंने बताया ‘जब सरबजीत जेल में थे तो कुछ लोग उन पर फिल्म बनाना चाहते थे। क्योंकि उन्हें लग रहा था कि इससे उन्हें छड़ाने के आंदोलन को हवा मिलेगी और सरकार पर भी दबाव बनेगा। लेकिन मैं उन दिनों उस मनोस्थिति में नहीं थी कि किसी को मंजूरी दे सकूं।’
उन्होंने आगे कहा ‘जब मैंने सुना कि ओमंग फिल्म बनाना चाहते हैं तो मैंने पूछा यह कौन है! मुझे बताया गया कि उन्होंने ‘मैरी कॉम’ बनाई है। मैंने मुलाकात की और अब मुझे खुशी है कि उनके जैसी हस्ती ने यह फिल्म बनाई।’ दलबीर की इच्छा है कि गलत इल्जामों के कारण जेल में बंद दोनों देश के बाशिंदों को इससे फायदा मिले।