नयी दिल्ली : दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई के बीच 1800 ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को अप्रैल से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। दरअसल, अप्रैल से डेडीकेटेड फ्रैट कॉरिडोर (मालगाड़ियों का अलग ट्रैक) शुरू होने के बाद मालगाड़ियां मौजूदा लाइन से शिफ्ट हो जाएंगी और ट्रैक सवारी गाड़ियों के लिए खाली हो जाएगा। वहीं, मालगाड़ियां डेडीकेटेड फ्रैट कॉरिडोर (डीएफसी) में चलेंगी। इससे ट्रेनों की औसत गति बढ़ने के साथ-साथ उनका पासिंग के लिए रुकना भी कम हो जाएगा और ट्रेनें 75% से 90% तक नियमित से चलेंगी। ईस्टर्न (दिल्ली-हावड़ा) और वेस्टर्न (दिल्ली-मुंबई) डीएफसी में मार्च से कमर्शियल रन शुरू हो जाएगा। यानी ईस्टर्न में खुर्जा से लेकर भदान तक और वेस्टर्न में रेवाड़ी से लेकर पालनपुर तक मालगाड़ियां चलने लगेंगी। इसके शुरू होने के बाद करीब एक हजार किमी मौजूदा ट्रैक से लगभग 400 मालगाड़ियां शिफ्ट हो जाएंगी। हालांकि, इन्हें एक-एक कर शिफ्ट किया जाएगा।