कोलकाता : आमतौर पर केन्द्रीय विद्यालयों के शिक्षक अपनी समस्याओं को लेकर मुखर नहीं होते मगर सम्भवतः इतिहास में पहली बार ये शिक्षक अपनी समस्याओं को लेकर सामने आये। काला बैज लगाकर विरोध जताया और अपनी माँगें रखीं। शिक्षक मॉडिफाइड एश्योर्ड कॅरियर प्रोग्रेसन स्कीम (एमएसीपीएस), केन्द्रीय कर्मचारी स्वास्थ्य योजना का लाभ देने, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त विजेताओं का सेवा विस्तार करने के अतिरिक्त नयी पेंशन नीति -2004 को वापस लेने की भी माँग कर रहे हैं। एआईकेवीटीए के सचिव द्वारिका प्रसाद ने इन शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों से होने वाले गलत व्यवहार तथा केन्द्रीय सरकार के रवैये पर असन्तोष जताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक -छात्र का अनुपात शिक्षा के अधिनियम के अनुसार ही होना चाहिए। एआईकेवीटीए (मुख्यालय) के संयोजक सचिव रविकान्त भी इस अवसर पर उपस्थित थे।