चंडीगढ़ : टेबल टेनिस में पहला द्रोणाचार्य पुरस्कार जीतने वाले कोच भवानी मुखर्जी का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 68 साल के थे। उन्होंने चंडीगढ़ के पास जीरकपुर में अपने घर पर अंतिम सांस ली। वह लंबे वक्त से पेट से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे थे। वह भारतीय टीम के कोच रह चुके थे।
भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के महासचिव एमपी सिंह ने उनके निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा, वह (भवानी मुखर्जी) टेबल टेनिस के लिए जीवन भर समर्पित रहे। उनकी कमी हमेशा महसूस होगी।
भवानी मुखर्जी 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद भारतीय टीम के कोच बने थे। कोचिंग में डिप्लोमा लेने के बाद वह 70 के दशक में पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) से जुड़े थे। यहां वह मुख्य कोच थे। 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के बाद कुछ समय के लिए उन्होंने राष्ट्रीय टीम को भी कोचिंग दी थी। वे लंदन ओलिंपिक में भी भारतीय टेबल टेनिस टीम के साथ गए थे।