नासा की यह स्पेसवॉक मैराथन दिसम्बर तक चलेगी
आईएसएस में बैटरी लगाने के लिए होगी स्पेसवॉक
न्यूयॉर्क : नासा पहली बार बिना किसी पुरुष सहयोगी के 15 महिलाओं की टीम को स्पेसवॉक के लिए भेज रही हैं। 21 अक्टूबर को यह टीम अलग-अलग चरणों में स्पेसवॉक करेगी। इसके पहले नासा ने मार्च में महिलाओं को स्पेसवॉक पर भेजने की योजना बनायी थी, लेकिन स्पेससूट का सही साइज न मिलने से उसे स्थगित कर दिया गया था। अब नए सिरे से इसकी तैयारी की गयी है। महिलाओं की इस टीम क नेतृत्व अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर करेंगी, क्योंकि ये पहले अंतरिक्ष की यात्रा का अनुभव ले चुकी हैं। नासा के मुताबिक स्पेससूट उपलब्ध न होने से मार्च में स्पेसवॉक प्रोग्राम स्थगित करने के बाद क्रिस्टीना ने खुद दूसरे सूट को कॉन्फिगर किया और उस पर काम शुरू किया। अब तक तीन सूट बनकर तैयार हो चुके हैं। इन सूटों के बन जाने के बाद अब तीन अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक कर सकेंगे।
इनमें से दो नासा के अंतरिक्ष यात्री एंड्रयू मॉर्गन के साथ और जेसिका मीर के साथ स्पेसवॉक पर जाएंगी। क्रिस्टीना के साथ यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के लुका परमिटानो भी स्पेसवॉक करेंगी। क्रिस्टीना और जेसिका ने पिछले 6 सालों से एक साथ प्रशिक्षण लिया है, क्योंकि वे दोनों एक ही टीम के सदस्य हैं। नासा की यह स्पेसवॉक मैराथन दिसम्बर तक चलेगी। इस मैराथन का उद्देश्य इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की मरम्मत और अपग्रेड करना है। ऐन मैकक्लेन और क्रिस्टीना सात घंटे तक स्पेसवॉक कर चुकी हैं। दोनों 2013 के एस्ट्रोनॉट क्लास का हिस्सा थीं। इसमें आधे से ज्यादा महिलाएं थीं। नासा में 50% फ्लाइट डायरेक्टर्स महिलाएं हैं। स्पेसवॉक में स्पेसक्राफ्ट की मरम्मत, वैज्ञानिक प्रयोग और नए उपकरणों का परीक्षण होता है। इस बार स्पेसवॉक में जिन दो एस्ट्रोनॉट्स को हिस्सा लेना है, उनमें से ऐन मैकक्लेन और क्रिस्टीना कोच शामिल हैं। मैकक्लेन 22 मार्च को निक हेग के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में एक लिथियम आयन बैटरी लगाने के लिए स्पेसवॉक में हिस्सा ले चुकी हैं। दोनों का स्पेसवॉक को लेकर लंबा अनुभव रहा है।