कोलकाता : नयी पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से अवगत करवाने और बंगाल की समृद्ध परम्परा के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल की तरह इस बार भी एम पी बिड़ला पूजा उत्कर्ष सम्मान आयोजित किया जा रहा है। इस पूजा के निर्णायक स्कूली विद्यार्थी होंगे और परम्परा और बंगाल की कलात्मकता से उनको अवगत कराने के उद्देश्य से साउथ प्वाइंट हाई स्कूल तथा एम पी बिड़ला (एच एस) स्कूल के 40 विद्यार्थी निर्णायकों के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मार्गदर्शक के रूप में कई गण्यमान्य अतिथि उपस्थित थे।
इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ आईपीएस एडीजी एवं आईजीपी, प्रशिक्षण सौमेन मित्रा, कत्थक विशेषज्ञ अमिता दत्ता, शोधार्थी डॉ. पूर्वा सेनगुप्ता समेत अन्य अतिथि उपस्थित थे। इन विशेषज्ञों की सहायता से पूजा के मापदण्डों से विद्यार्थी अवगत हुए। इस पुरस्कार की शुरुआत एम पी बिड़ला की दिवंगत चेयरपर्सन प्रियम्वदा बिड़ला ने की थी। विद्यार्थी सर्वश्रेष्ठ प्रतिमा (मुख्य पुरस्कार मूर्तिकार को ), सर्वश्रेष्ठ मण्डप (मुख्य पुरस्कार डिजाइनर), सर्वश्रेष्ठ परिवेश (पुरस्कार पूजा कमेटी को) के अतिरिक्त पूजा विद ए हार्ट (पूजा कमेटी) यानी संवेदनशीलता के आधार पर एम पी बिड़ला पूजा उत्कर्ष सम्मान 2019 के 21वें संस्करण के विजेताओं का चयन करेंगे। पूजा विद ए हार्ट पूजा कमेटी को प्रदान किया जाता है। विद्यार्थी निर्णायकों के पास डिजिटल टैबलेट होगा और उनके मार्गदर्शन के लिए दोनों स्कूलों के शिक्षक तथा विद्यार्थी रहेंगे। निर्धारित मापदण्डों के आधार पर ही अंक दिये जाएँगे। विजेताओं की घोषणा षष्टी को की जाएगी। पुरस्कार में नकद राशि, पदक, अंगवस्त्र, उत्कृष्टता प्रमाणपत्र तथा एम पी बिड़ला अवार्ड ट्रॉफी अगले साल जुलाई में दी जाएगी।