उस्मानाबाद : महाराष्ट्र के उस्मानाबाद में रहने वाले 34 साल के गणेश देशमुख ने पाँच गांवों में 484 शौचालय बनवा दिए, ताकि ग्रामीणों को शौच के लिए बाहर न जाना पड़े। दरअसल, गणेश किसान परिवार से हैं। 2006 में 10वीं करने के बाद वे नौकरी करने पुणे चले गए। अपनी गरीबी दूर करना उनकी जिद थी। उन्होंने पुणे में कई दिनों तक ट्रक क्लीनर का काम किया और आज वे 15 ट्रक के मालिक हैं। वे अपना खुद का ट्रांसपोर्ट बिजनेस चला रहे हैं।
शौचालय बनवाने की अपने गाँव से ही शुरुआत की
कुछ समय पहले वह अपने गांव ईट वापस आए। उन्होंने देखा कि अब तक उनके घर में शौचालय नहीं है। ये उनके घर की ही नहीं, बल्कि पूरे गाँव की परेशानी है। इसके बाद उन्होंने अपने गांव के साथ आसपास के गाँव में शौचालय बनवाना शुरू कर दिया। अब तक वे 484 शौचालय बनवा चुके हैं।
कर्ज लेकर ट्रक खरीदा था, अब 15 ट्रकों के मालिक
गणेश बताते हैं कि पुणे में उन्होंने क्लीनर और ड्राइवर का काम किया, लेकिन कमाई न के बराबर थी। कुछ साल रुपए जुटाकर और कर्ज लेकर एक ट्रक खरीदा। धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा तो और ट्रक खरीद लिए। अब वे 15 ट्रक के मालिक हैं और 25 लोगों को रोजगार दे रहे हैं।