कोलकाता : कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज के हिंदी विभाग की ओर से युवा लेखिका शुभ्रा उपाध्याय के नवीनतम कहानी संग्रह ‘ कतरा कतरा जिंदगी ‘ पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया । स्वागत वक्तव्य देते हुए कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सत्या उपाध्याय ने कहा कि हिंदी विभाग की ओर से नए रचनाकारों की पुस्तकों पर चर्चा के लिए एक श्रृंखला का आयोजन किया गया है ताकि पठन-पाठन के साथ रचनात्मकता पर चर्चा हो सके,इसी कड़ी में यह परिचर्चा आयोजित की गई है । उन्होंने कहा कि शुभ्रा उपाध्याय हमारे समय की संभावनाशील कथाकार हैं ।डॉ मृत्युंजय पांडे ने कहा कि शुभ्रा उपाध्याय की कहानियों में जीवन की छोटी सी छोटी घटना का जिक्र है। डॉ. गीता दुबे ने कहा कि शुभ्रा उपाध्याय की कहानियों में स्त्री मन की कथा का आख्यान है,वे स्त्रियों के मन की बात को बेबाकी से कहती हैं ।नाटककार उमा झुनझुनवाला ने उनकी भाषा और कहन शैली को काव्यात्मक और बिम्बात्मक मानते हुए कहा कि उनकी कहानियों में पाठकों को बांधने की क्षमता है।प्रो आशुतोष सिंह ने कहा कि शुभ्रा उपाध्याय का यह संग्रह स्त्री लेखन को व्यापक बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास है। लेखिका में ईमानदारी के साथ संवेदना का प्रबल आग्रह है। आलोचक प्रियंकर पालीवाल ने कहा कि शुभ्रा उपाध्याय की कहानियां परिपक्व और पठनीय है । पुस्तक की लेखिका शुभ्रा उपाध्याय ने सभी अपनों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि मेरे आसपास की घटनाओं ने कुछ लिखने के लिए प्रेरित किया है। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए सेराज खान बातिश ने सभी वक्ताओं और लेखिका के विचारों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस पुस्तक में सामाजिक मूल्यों के प्रति गहरी आस्था है। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ धनंजय साव एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो अम्बर चौधरी ने दिया ।इस अवसर पर डॉ इतु सिंह, प्रो. संजय कुमार जायसवाल, राज्यवर्धन, जीतेंद्र जीतांशु,सुफिया यास्मीन,प्रो रूद्राक्षा पांडेय, सुषमा त्रिपाठी, मधु सिंह, राहुल गौड़ सहित सैकड़ों छात्र एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित थे ।