आज है दीवाली और दीवाली का एक मतलब है घर को सजाना सँवारना। दीये, रंगोली, रोशनी, फूल…ये सब न हों तो त्योहार का आनन्द नहीं आता।अगर आप भी अपने घर को सजाने की तैयारी कर रही हैं तो सबसे पहली बात तो हम यह कहेंगे कि इसमें अकेले न रहें। पूरे घर को और बच्चों को शामिल करें, तभी आनन्द दुगना होगा। हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिससे आप आसानी से अपने घर को कम समय में भी घर को बेहतरीन तरीके से सजा सकती हैं।
फूलों से सजायें
आपके घर का सबसे जरूरी हिस्सा मुख्य द्वार होता है, इसलिए सबसे पहले इसको सजाने के लिए आपको आम,पीपल या अशोक के पत्तों से बनी तोरण लगानी चाहिए। इसके साथ ही रेडिमेड और कलरफुल बंदनबार, शुभ दीपावली और गेंदें के फूलों की माला से मुख्य द्वार को सजाइए। आप चाहें तो मेन गेट पर रंग-बिरंगी इलेक्ट्रिक लाइट्स भी लगा सकते हैं, जिससे दीवाली की अंधेरी रात में आपका घर अलग से जगमगाता हुआ दिखाई दे।
रंगोली
मुख्य द्वार के बाद घर के आंगन को सजाने के लिए आप रंग-बिरंगी रंगोंली बना सकती हैं। दीवाली पर घर में रंगोली बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि जिस घर में रंगोली बनी होती है वहां मां लक्ष्मी पहले अपने कदम रखती हैं। रंग बिरंगे रंगों के अलावा आप फूलों की रंगोली भी आंगन में बना सकती हैं। अगर आपको रंगोली बनानी नहीं आती है, तो आप बाजार से रंगोली बनाने की किट खरीद सकती हैं ,इसके अलावा आप रंगोली के डिजाइन कटोरी या प्लास्टिक चम्मचो की मदद से बनाते हुए एक खूबसूरत रंगोली बना सकती हैं।
पेपर लालटेन या कंदील
दीवाली पर घर की दीवारों को जहां आप खूबसूरत वॉलपेपर से सजा सकती हैं, तो वहीं छत को सजाने के लिए आप पेपर लालटेन या पेपर कंदील का इस्तेमाल कर सकती हैं। जिससे हल्की छनती हुई रोशनी आपकी सजावट में चार चांद लगा देगी।
फ्लोंटिग कैंडल्स
इसके बाद आप घर के ड्रांइर रूम के सेंटर टेबल पर पानी से भरे एक कांच के बॉउल में फूलों के फ्लोंटिग कैंडल्स को रखें। इसके अलावा आप फ्लोंटिग कैंडल्स के छोटे छोटे बॉउल्स को अपनी रंगोली के सेंटर में भी रख सकती हैं।
डिजायनर दीये
दीवाली बिना दीयों के अधूरी मानी जाती है इसलिए आप दीवाली पर घर के हर कोने में दीये रखने न भूलें। अपने घर के खास जगह पर कहीं बड़े,तो कहीं छोटे दीये रखें। रंगोली को भी आप किनारे-किनारे दीयों से सजा सकती हैं। इस दिन आप डिजायनर दीयों के साथ मिट्टी से बने दीयें भी जरूर जलाएं , दीयों को आप छत की मुंडेर, सीढ़ियों और खिड़कियों पर जरूर सजाएं।