कोलकाता : पेट्रोल के बाद डीजल ने भी कोलकाता में शतक लगाया है। ईंधन की बढ़ती कीमतों से पुलिस की कारें भी कोई अपवाद नहीं हैं। ऐसे में पुलिस मुख्यालय लालबाजार ने ईंधन की लागत बचाने के लिए इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। राज्य सचिवालय नवान्न पहले ही ऐसे वाहनों को लीज पर लेने के लिए राजी हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया भी खत्म हो गई है। पुलिस अधिकारियों को उम्मीद है कि 228 इलेक्ट्रिक वाहन लालबाजार में जल्द आएंगे। पुलिस का दावा है कि पर्यावरण के अनुकूल वाहनों के इस्तेमाल से वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी। इससे सालाना कई करोड़ रुपये की बचत होगी।
सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता पुलिस ने पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को लीज पर लेने के लिए एक महीने पहले नवान्न को प्रस्ताव भेजा था। पूजा से पहले क्लीयरेंस आया है। राज्य के गृह विभाग के सचिवालय के एक पत्र के अनुसार, इसके लिए लगभग आठ करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उसके बाद लालबाजार की ओर से सरकारी एजेंसी ईसीएल से 226 इलेक्ट्रिक वाहनों को आठ साल के लिए लीज पर लेने के लिए संपर्क किया गया। कार की आपूर्ति टाटा द्वारा की जाएगी।
एक पुलिसकर्मी ने कहा कि सभी प्रक्रिया से जुड़े कार्य पूरे कर लिए गए हैं। अतिरिक्त आयुक्त रैंक के एक अधिकारी को यह पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है कि वाहन लालबाजार कब पहुंचेंगे। कोलकाता पुलिस के पास करीब चार हजार वाहन हैं। इनमें से कुछ की उम्र 15 साल से भी ज्यादा है। नतीजतन, इसे अदालत के आदेश के अनुसार रद करने का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए पर्यावरण के अनुकूल कारों को जल्द से जल्द लाने पर जोर दिया जा रहा है। इन वाहनों के लिए छह स्थानों पर हाई स्पीड चार्जिंग प्वाइंट लगाने की भी योजना है। इसके साथ ही कार को कहीं से भी जल्दी चार्ज किया जा सकता है।