नयी दिल्ली । आईटी मंत्रालय ने जनवरी 2018 से अक्टूबर 2023 के बीच 69A के तहत 36,838 यूआरएल (यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर) को ब्लॉक किया है। केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गत शुक्रवार (8 दिसंबर) को पार्लियामेंट में सीपीआई(एम) के सांसद जॉन ब्रिटास के सवाल के बाद यह लिखित जानकारी दी। इन 69 महीनों में सबसे ज्यादा एक्स (पहले ट्विटर) के यूआरएल ब्लॉक किए गए।
साल 2020 में सबसे ज्यादा यूआरएल हुए ब्लॉक
मंत्रालय ने जानकारी दी कि साल 2018 में 2799 यूआरएल ब्लॉक किए गए. वहीं इस साल अक्टूबर तक 7502 यूआरएल और सबसे ज्यादा 2020 में 9849 यूआरएल ब्लॉक किए गए।
आईटी सेक्शन की धारा 69ए के तहत आईटी सचिव की सिफारिश पर किसी मध्यस्थ एजेंसी को छह कारणों से ब्लॉक करने के आदेश जारी किए जा सकते हैं। भारत की संप्रभुता और अखंडता पर खतरा, भारत की रक्षा से संबंधित, राज्य की सुरक्षा, विदेशों से मित्रता, किसी संज्ञेय अपराध को लिए उकसावे को रोकने के लिए, ऐसी स्थितियों में यूआरएल ब्लॉक किया जाता है।
कब-कब किया गया यूआरएल ब्लॉक – आईटी मंत्रालय ने बताया कि साल 2021 में 6118 यूआरएल ब्लॉक किए गए थे। जून 2022 में एक आरटीआई के जवाब में आईटी मंत्रालय ने कहा था कि उस समय 6096 यूआरएल ब्लॉक किए गए थे। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि साल 2022 में कुल 6935 यूआरएल ब्लॉक किए गए. जबकि 2 अगसत 2023 को मंत्रालय ने कहा था कि साल 2022 में 6,775 यूआरएल ब्लॉक किए गए थे।
बिना किसी न्यायिक मामले के किए गए ब्लॉक – इससे पहले मार्च 2020 में। आईटी मंत्रालय ने लोकसभा को बताया था कि 2019 में 3,635 यूआरएल ब्लॉक किए गए थे. छह महीने बाद, यह संख्या बदल कर 3,655 हो गई। मंत्रालय की ओर से ब्लॉक किए गए यूआरएल में कोई ऐसा डेटा नहीं था जिसके लिए कोर्ट ने आदेश जारी किया हो, जैसे कि कॉपीराइट या मानहानि।