कोलकाता : नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि 2024- 25 तक 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवसथा के लक्ष्य को पक्के तौर पर हासिल किया जा सकता है और इस काम में निजी क्षेत्र को अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुये राजीव कुमार ने कहा कि सरकार अकेले ही 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार अकेले ही इसे नहीं कर सकती है, निजी क्षेत्र के निवेशकों को इस मामले में अग्रणी भूमिका निभानी होगी।’’ नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि बजट में ऐसी कई पहलों के बारे में प्रस्ताव किया गया है जो कि सरकार की निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने की इच्छा की तरफ इशारा करती हैं।
उन्होंने बताया कि इन पहलों में विनिवेश लक्ष्य को बढ़ाना, सरकार की तरफ से एनबीएफसी को समर्थन दिया जाना और कारपोरेट बॉंड बाजार को और गहरा बनाने के लिये दीर्घकालिक योजना का खाका पेश करना शामिल है।
कुमार ने कहा कि भारत कोई निरंकुश देश नहीं है, यहां जो कुछ भी किया जायेगा वह सब लोकतांत्रिक प्रणाली के भीतर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में संरचनात्मक बदलाव किये जाने की आवश्यकता है। ‘‘5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने के लिये यह जरूरी है। कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने की जरूरत है।’’