उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के अधिकारियों से इस काम के लिए किया संपर्क
नयी दिल्ली : फिल्म अभिनेता सोनू सूद कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों एवं जरूरतमंदों को घर पहुंचाने के लिए जी जान से जुटे रहे। वह अब तक हजारों मजदूरों, छात्रों और जरूरतमंदो को उनके घर पहुंचा चुके हैं। वहीं मुश्किल समय में मदद करने पर बहुत से लोग सोनू सूद की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ भी किया। जिसकी वजह से वह लगातार खबरों में छाए रहे। इसी बीच एक बार फिर से सोनू सूद ने उन 400 प्रवासी मजदूरों और कामगारों के परिवार मदद करने का जिम्मा लिया है जो अपने प्रियजनों को खो चुके हैं या फिर घर वापस आने के दौरान यात्रा में घायल हुए थे। इसके साथ ही साथ परिवार की आर्थिक मदद सहित उन्होंने बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी उठाने की बात की है।
मीडिया खबरों के अनुसार, सोनू सूद अपनी टीम और अपनी दोस्त नीती गोयल के संग मिलकर एक “घर भेजो (#GharBhejo) ” अभियान चलाया है। इस कैंपेन के तहत वह उन परिवार वालों की मदद करेंगे जिन्होंने अपने प्रियजनों को घर वापिसी के दौरान खो चुके हैं या यात्रा में घायल हो गए थे। इतना ही सोनू का यह कैपेंन उन प्रवासी दैनिक दिहाड़ी मजदूरों की भी मदद करेगा जो जिनके पास अपना परिवार चलाने के लिए कोई रोजगार नहीं हैं। सोनू ऐसे लोगों को चिन्ह्रित कर उनके पास जाकर खूद दो महीने का सहयोग देंगे जब तक उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल जाता।
सोनू सूद और उनकी टीम उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के अधिकारियों के संपर्क में है और मृतक और घायल मजदूरों और कामगारों की जानकारी मांगी है। इस जानकारी में उनके परिवारों का पता और बैंक की जानकारी भी शामिल होंगी, जिससे की डायरेक्ट उनके अकाउंट में आर्थिक सहायता राशि को ट्रांसफर किया जा सकेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स का तो ये भी दावा है कि सोनू सूद इन प्रवासी मजदूरों के बच्चों की शिक्षा में, खेती के लिए और घरों के निर्माण के लिए भी मदद भी कर रहे हैं। एक इंटरव्यू के दौरान सोनू सूद ने इस पहल के बारे में बात करते हुए बताया, ‘मैंने मृतक या घायल प्रवासियों के परिवारों को सुरक्षित भविष्य के लिए मदद करने का फैसला किया है। मुझे लगता है कि उनका समर्थन करना मेरी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।’