कोलकाता : सप्ताह व्यापी 24वाँ हिंदी मेला मानिकतला के राममोहन और फेडेरेशन हॉल में 26 दिसम्बर से शुरू हो रहा है। इसमें विश्वविद्यालयों, कालेजों और स्कूलों के नौजवान और विद्यार्थी अपनी साहित्यिक कला का प्रदर्शन करेंगे। हिन्दी मेले में इस बार नाटक, काव्य आवृत्ति, काव्य संगीत, काव्य नृत्य, चित्रांकन, लोकगीत जैसी कई प्रतियोगिताओं के अलावा युवा काव्य उत्सव और ‘गांधी और आज का भारत’ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी भी आयोजित है। सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा हिन्दी मेला पिछले 24 सालों से अपसंस्कृति के विरुद्ध एक मुहिम के रूप में हो रहा है। यह हिंदी की युवा प्रतिभाओं का अपना सांस्कृतिक उत्सव है।
मिशन के संयुक्त महासचिव प्रो.संजय जायसवाल ने बताया कि गांधी पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में हिंदी आलोचक डॉ.विजय बहादुर सिंह, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो.अवधेश प्रधान, भागलपुर विश्वविद्यालय के किशन कालजयी, दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ.राजीव रंजन गिरि और राँची विश्वविद्यालय के प्रो.अरुण कुमार विशेष रूप से भाग ले रहे हैं। विजयी युवा प्रतिभाओं के लिए 100 से अधिक पुरस्कार, उपहार और स्मृति चिह्न हैं। यह घोषणा की गई कि हिन्दी मेले में युगल किशोर सुकुल पत्रकारिता सम्मान मनोज्ञा लोइवाल को और माधव शुक्ल नाट्य सम्मान कल्पना ठाकुर को प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर डॉ.शंभुनाथ, महेश लोढ़ा, अनिता राय, पीयूषकांत राय, राहुल शर्मा, मधु सिंह, पंकज कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।