लन्दन : अंग्रेजी डिक्शनरी की बात करें तो हमेशा हमारे दिमाग में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का ख्याल आता है। आज ऑक्सफोर्ड की डिक्शनरी हर किसी की जिन्दगी का हिस्सा है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी 1 फरवरी 1884 को पहली बार प्रकाशित हुई थी। हालांकि, इसे बनाने की शुरुआत 1857 में ही हो गई थी।
उस समय लंदन के फिलोलॉजिकल सोसाइटी के लोगों ने व्यवस्थित रूप से इंग्लिश की डिक्शनरी तैयार करने पर विचार किया था। इसमें 11वीं शताब्दी से 18वीं शताब्दी में प्रचलित एंग्लो-सेक्सोन शब्दों को शामिल किया गया। उस वक्त इसे 4 संस्करणों में तैयार किया गया। इसमें 6,400 ज्यादा शब्द शामिल किए गए थे।
इसके 40 साल बाद डिक्शनरी को 1928 में पूरी तरह से तैयार कर लिया गया। इस डिक्शनरी में 4 लाख से ज्यादा शब्द शामिल किए गए और इसे 10 वॉल्यूम में तैयार किया गया। इसका शीर्षक था- अ न्यू इंग्लिश डिक्शनरी ऑन हिस्टोरिकल प्रिंसिपल (A NEW ENGLISH DICTIONARY ON HISTORICAL PRINCIPLES)। तब से हर साल ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में हर भाषा के शब्दों को शामिल किया जाता है।
इस तरह ये डिक्शनरी हर साल अपडेट की जाती है। 1984 में डिक्शनरी का इलेक्ट्रॉनिक वर्जन लाने पर विचार किया गया। इसके लिए 120 लोगों ने डिक्शनरी के शब्द टाइप किए। 50 प्रूफ रीडर रखे गए। 2000 से डिक्शनरी का ऑनलाइन संस्करण सक्रिय है। वर्तमान में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के 20 वॉल्यूम मौजूद हैं। इसमें 60 मिलियन (6 करोड़) शब्द मौजूद हैं। इसका वजन 62 किलो से ज्यादा है। ऐसा कहा जाता है कि अगर डिक्शनरी में शामिल सभी शब्दों को टाइप करें तो 120 साल से ज्यादा का समय लग सकता है।
(साभार – दैनिक भास्कर)