औरंगाबाद : महाराष्ट्र के औरंगाबाद की रहने वाली दीक्षा शिंदे ने भारत का नाम दुनियाभर में रोशन कर दिया है। महज 14 साल उम्र में दीक्षा शिंदे का सेलेक्शन नासा ने अपने यहाँ फेलोशिप के लिए किया है। दीक्षा शिंदे को नासा के एमएसआई फैलोशिप वर्चुअल पैनल पर पैनलिस्ट के रूप में चुना गया था। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि उनको नासा की यह फेलोशिप कैसे मिली। दीक्षा शिंदे ने बताया उन्होंने ब्लैक होल और गॉड पर एक थ्योरी लिखी थी।
दीक्षा को कैसे मिली फेलोशिप?
दीक्षा ने बताया कि उसके आर्टिकल को तीन प्रयासों के बाद नासा ने स्वीकार किया था। दीक्षा ने कहा कि उन्होंने मुझे अपनी वेबसाइट के लिए एक आर्टिकल लिखने के लिए कहा था। नासा में सेलेक्शन होने के बाद सोशल मीडिया पर दीक्षा की जमकर तारीफ हो रही है।