Monday, April 14, 2025
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14 की उम्र में शादी, 34 में तलाक… आज 13 बसों की मालकिन

नयी दिल्ली । नीता की कहानी एक ऐसी साहसी महिला की है, जिन्‍होंने भाग्य के आगे हार मानने से इनकार कर दिया। उन्‍होंने अपनी तकदीर खुद लिखने का फैसला किया। 14 साल की उम्र में शादी, 15 साल की उम्र में मां, फिर 34 साल की उम्र में तलाक के बाद नीता आज 13 बसों वाली कंपनी ‘श्री नीता ट्रैवल्स’ की मालकिन हैं। उन्होंने समाज के तानों और मुश्किलों का सामना करते हुए यह मुकाम हासिल किया है। आइए, यहां नीता की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।अक्सर समाज में शादी को महिलाओं का अंतिम लक्ष्य माना जाता है। लेकिन, कई महिलाओं के लिए यह बंधन बन जाता है। वे चुपचाप दुख सहती हैं। हिंसा झेलती हैं। समाज के डर से दबी रहती हैं। दुख की बात है कि इस बंधन को तोड़ना आसान नहीं होता। सामाजिक बदनामी का डर, आर्थिक असुरक्षा और बच्चों के भविष्य की चिंता के कारण कई महिलाएं असफल और दर्दनाक रिश्तों में बंधी रहती हैं। हालांकि, कुछ महिलाएं हिम्मत जुटाती हैं। इन परिस्थितियों से बाहर निकलकर अपने लिए एक नया रास्ता बनाती हैं।
नीता की कहानी ऐसी ही एक महिला की है। वह महाराष्‍ट्र की रहने वाली हैं। उनकी शादी सिर्फ 14 साल की उम्र में हो गई थी। 15 साल की उम्र तक वह मां बन गई थीं। उनकी जिंदगी संघर्षों से भरी थी। अपने तीन बच्चों के लिए उन्होंने सालों तक एक हिंसक रिश्ता सहा। हर बार जब उनके पति ताना मारते थे तो नीता के अंदर एक आग जल उठती थी। यह आग उन्हें खुद को साबित करने की प्रेरणा देती थी। इसी प्रेरणा ने उन्हें अपना रास्ता चुनने के लिए प्रोत्साहित किया। नीता ने विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी। उन्होंने अपने स्कूटर चलाने के कौशल को व्यवसाय में बदलने का फैसला किया। उन्होंने स्कूली बच्चों को लाना ले जाना शुरू कर दिया। हालांकि, सफलता की राह आसान नहीं थी। उद्योग में उनके पुरुष सहयोगियों ने उन्हें एक खतरे के रूप में देखा। उन्होंने उनके खिलाफ साजिश रची। पति को उनके खिलाफ उकसाया। जब पति ने कहा, ‘मैं तुम्हें जान से मार दूंगा’ तो नीता ने हिम्मत दिखाई और अपने तीन बच्चों के साथ उस जीवन से नाता तोड़ने का फैसला किया। तब उनकी उम्र 34 साल की थी। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई भी शुरू कर दी। अपने बच्चों के साथ खुद को शिक्षित किया। आठ साल बाद नीता की मेहनत रंग लाई। आज वह ‘श्री नीता ट्रैवल्स’ के तहत 13 बसों की मालकिन हैं। उनकी बेटियां आत्मनिर्भर हो गई हैं। उनका बेटा कनाडा में एक सफल जीवन जी रहा है।

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