उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे युवा पर्वतारोही बनीं
मुम्बई : 12 साल की छात्रा काम्या कार्तिकेयन माउंट एकांकागुआ को फतह करने वाली दुनिया की सबसे युवा पर्वतारोही बन गईं। अर्जेंटीना की एंडीज पर्वतमाला में स्थित माउंट एकांकागुआ दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप का सबसे उंचा पर्वत है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि उन्होंने 1 फरवरी को 6962 मीटर उंची चोटी पर तिरंगा लहराया। काम्या मुंबई के नेवी चिल्ड्रेन स्कूल में सातवीं की छात्रा हैं।
काम्या ने 24 अगस्त 2019 को लद्दाख में 6260 मीटर उंचे माउंट मेंटोक कांग्री द्वितीय पर चढ़ाई पूरी की थी। ऐसा करने वाली वह सबसे युवा पर्वतारोही थीं। अभियान से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, “वर्षों की शारीरिक और मानसिक तैयारी के साथ साहसिक खेलों में नियमित भागीदारी ने काम्या को कठिन परिस्थितियों में चढ़ाई पूरी करने में मदद की।” काम्या के पिता एस. कार्तिकेयन भारतीय नौसेना में कमांडर हैं, जबकि उनकी मां लावण्या शिक्षक हैं।
तीन साल की उम्र में ट्रैकिंग शुरू की
काम्या जब 3 साल की थीं तब उन्होंने लोनावाला (पुणे) में बेसिक ट्रैक पर चढ़ना शुरू किया था। जब वह 9 साल की हुईं, तो उन्होंने अपने माता-पिता के साथ हिमालय की कई ऊंची चोटियों को फतह किया। इनमें उत्तराखंड का रूपकुंड भी शामिल है। एक साल बाद वह नेपाल में एवरेस्ट बेस कैंप (5346 मीटर) पहुंचीं। 2019 में लद्दाख के माउंट स्टोक कांग्री (6153 मीटर) पर चढ़ाई पूरी की।
2021 में एक्सप्लोरर्स ग्रैंड स्लैम पूरा करना चाहती हैं
काम्या ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर), यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (5642 मीटर) और ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोसुज्को (2228 मीटर) पर भी चढ़ाई करने में कामयाबी हासिल की। वह अगले साल एक्सप्लोरर्स ग्रैंड स्लैम को पूरा करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें सभी महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करना होगा।