सूरत. 1000 अनाथ बेटियों के दत्तक पिता बनने का संकल्प लेने वाले सूरत के इंडस्ट्रलिस्ट महेश सवाणी ने अपने बेटे और भतीजे की शादी भी अनाथ बेटियों के सामूहिक मैरिज सेरमनी में करने का फैसला किया है। 25 दिसंबर-2016 को होने वाले सामूहिक विवाह में 236 अनाथ बेटियों की भी डोली उठेगी।
रईस लोगों को मिलेगा मैसेज…
– महेश सवाणी ने सोमवार को सामूहिक शादी का प्रोग्राम तय कर दिया है। 22 दिसंबर 2016 को मेहंदी की रस्म, 23 को रास-गरबा और 25 दिसंबर को फेरे होंगे। महेश सवाणी का कहना है खुशियां बांटने का इससे अच्छा विकल्प और कुछ नहीं हो सकता। दूसरे रईस लोगों को इससे अच्छा मैसेज मिलेगा कि एक ही विवाह के खर्च में कई शादियां हो सकती हैं। गरीब और पिता की छत्रछाया खो चुकी बेटियों के दत्तक पिता बनने का सौभाग्य मिल सकता है।
सामूहिक शादी में गिफ्ट
– 2008 के बाद उन्होंने राज्य में सामूहिक विवाह का हिस्सा बनना शुरू कर दिया। ऐसे प्रोग्राम में जाकर वह बेटियों को एक पिता के रूप में गिफ्ट भी देते हैं। 2012 तक वह कन्यादान करते थे। 2013 से उन्होंने सामूहिक विवाह के प्रोग्राम करने शुरू कर दिए।
इस घटना के बाद लिया संकल्प
बात 2008 की है। सवाणी परिवार के ईश्वरभाई सवाणी की दो बेटियां मितुला, अमृता की शादी होनी थी। शादी से एक सप्ताह पहले ही ईश्वरभाई चल बसे। ईश्वरभाई के परिवार की मदद के लिए महेशभाई पहुंचे, बेटियों के शादी सहित पूरी जिम्मेदारी उठाने की इच्छा जता कर इजाजत मांगी। परिवार ने रजामंदी दी महेशभाई ने मितुला, अमृता का विवाह करवाया और खुद कन्यादान भी लिया। तब महेश को लगा कि सोसाइटी में मितुला, अमृता जैसी कई बेटियां हैं, जिनके पिता नहीं है। इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि वे 1001 ऐसे बेटियों के दत्तक पिता बनेंगे।