बात जब होली की हो तो रंगों से परहेज करना अच्छी बात नहीं है। रंग खेलिए मगर प्रकृति के अनुकूल रंगों का इस्तेमाल करके खेलिए। होली पर शरारत के बहाने जबरन रंग लगाना अच्छी बात नहीं है बल्कि इसमें तो स्नेह का रंग मिले तो रंग पक्के होंगे। आप तैयारी कर रहे हैं होली की तो कुछ बातों का ध्यान तो जरूर रखें –
कपड़े सफेद पहनें और पुरानी टीशर्ट या कमीज हो तो पहन सकते हैं।
जींस की जगह ऐसे फैब्रिक पहनें जो जल्दी से सूख जाए तो कॉटन की ट्राउजर, पजामा या रंगीन मैचिंग पैंट भी बुरा आइडिया नहीं है।
फुल शर्ट या हाफ शर्ट पहनी जा सकती है मगर हाफ शर्ट पहन रहे हैं मगर दोनों ही सूरतों में अच्छी तरह तेल लगाना न भूलें।
बालों में रंग डालने से बचें तो बेहतर नहीं बच सकते तो कैप पहनें या बाँधनी की पगड़ी भी पहन सकते हैं। वैसे होली का मूड बढ़ाने के लिए कई तरह के विग बाजार में उपलब्ध हैं।
आपको कलर मैच करना आना चाहिए। ब्राइट शेड (येलो, ऑरेंज, पर्पल, रेड) में लूज फिट टी-शर्ट के साथ ब्लैक या ब्लू कलर की लाइट डेनिम पहन सकते हैं।
बाल और दाढ़ी अच्छी तरह ट्रिम करना न भूलें। धूपी चश्मा पहनें, दाँतों और आँखों में रंग न जाने दें और अगर अगर चला जाए तो पानी से खूब अच्छी तरह धोना न भूलें।
कोल्हापुरी चप्पल सही रहेगी। पहनने से पहले जरूर देखें कि वह पानी में फिसलने वाली चप्पल न हो।
अगर किसी महिला मित्र के साथ होली खेल रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसे असुविधा न हो या उसे जबरन रंग न लगाएं। यही बात आपके सीरियस मोड वाले दोस्तों पर भी लागू होती है।
लोकगीत सुनें, बॉलीवुड गीत भी सुनें मगर अश्लील गाने आपकी महिला मित्रों को असहज ही नहीं करते बल्कि उनकी नजर में आपकी छवि डैमेज भी कर सकते हैं।
रंग छुड़ाने के बाद कोई अच्छा मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें।
हर्बल होली खेलें..और खूब खेलें…।