कोलकाता । एचआईटीके के पूर्व विद्यार्थी को आईआईटी गुवाहाटी से स्वीकृति मिली है। एचआईटीके के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व विद्यार्थी डॉ. सुरजेंदु माइती आईआईटी गुवाहाटी से उनके रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए गाँधीयन यंग टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन एप्रिशिएशन 2021 मिला है। यह शोध आईआईटी गुवाहाटी के शुभ्रदीप घोष एवं डॉ. तमन्ना भुइयां के साथ किया गया है। इस शोध परियोजना आईआईटी गुवाहाटी के सेंटर ऑफ नैनोट्रेक्नोलॉजी के दीपंकर बंद्योपाध्याय एवं श्री शंकरदेव नेत्रालय ऑकुलर पैथोलॉजी, यूवेटिस एवं न्यूरोऑप्थोमोलॉजी सर्विसेज विभाग के डॉ. दीपंकर दास के नेतृत्व में किया गया था। सुरजेंदु की शोध परियोजना मानव आंसुओं में β-2-माइक्रोग्लोब्युलिन (बी2एम) के परिमाणीकरण पर केंद्रित है, जो मधुमेह मेलिटस से पीड़ित रोगियों के लिए खतरनाक नेत्र रोग डायबिटिक रेटिनोपैथी (डीआर) की शुरुआत और वृद्धि का पता लगाने में मदद कर सकती है। एचआईटीके के प्रिंसिपल प्रो. बासव चौधरी एवं केमिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. सुलग्ना चटर्जी ने सुरजेंदु को शुभकामनाएं दीं।