वाशिंगटन/नयी दिल्ली । गौतम अडाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान समेत कई अरबपति कारोबारियों को निशाना बनाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपना कारोबार समेट लिया है। इसके संस्थापक नाथन एंडरसन ने गुरुवार को कंपनी बंद करने की घोषणा की। हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्सन’ पोस्टं पर जारी बयान में कहा कि उन्होंने कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है। उन्होंने लिखा कि हमारी प्लानिंग थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद कंपनी को बंद कर दिया जाए। आखिरकार वह दिन आज आ गया है। दरअसल, जनवरी 2023 में अडाणी समूह के शेयरों को लेकर सनसनीखेज आरोपों के कारण ये अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म चर्चा में आई थी। इस फर्म के मालिक शॉर्ट सेलर नाथन एंडरसन ने गौतम अडाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान समेत कई अरबपति कारोबारियों को निशाना बनाते हुए उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए थे। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट्स के जरिए ना केवल भारत के अडाणी समूह बल्कि अमेरिका की कई बड़ी कंपनियों को भी निशाना बनाया। उल्लेिखनीय है कि यह कंपनी 2017 में स्थापित हुई थी। इसका मुख्य काम शेयर बाजार की गड़बड़ियों, अकाउंट मिस मैनेजमेंट और हेरफेर का पता लगाना था। अब, हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के साथ एक दौर खत्म हो रहा है, जो लंबे समय से शॉर्ट-सेलिंग और खुलासों के खेल का हिस्सा था। खबर के बाद
शुरुआती कारोबार के दौरान अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों में अच्छा उछाल दिखा। अदाणी पावर के शेयर की कीमत में 9.2 प्रतिशत (599.9 रुपये प्रति शेयर), अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर की कीमत में 8.8 प्रतिशत (1,126.8 रुपये प्रति शेयर), अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर की कीमत में 7.7 प्रतिशत (2,569.85 रुपये प्रति शेयर), अदाणी टोटल गैस के शेयर की कीमत में 7.1 प्रतिशत (708.45 रुपये प्रति शेयर), अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर की कीमत में 6.6 प्रतिशत (832 रुपये प्रति शेयर) और अदाणी पोर्ट्स के शेयर की कीमत में 5.4 प्रतिशत (1,190 रुपये) की वृद्धि हुई। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली के चलते इनमें कुछ करेक्शन भी हुआ।