हावड़ा । मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने एमसीकेवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के सहयोग से गत 18 अगस्त को एमसीकेवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, हावड़ा में एमएसएमई कार्यशाला एवं हेल्प डेस्क आयोजित किया । सत्र में उद्योगपतियों, व्यापारियों, एमएसएमई बिरादरी और हावड़ा की अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों ने भाग लिया। इस अवसर पर एमसीसीआई के अध्यक्ष नमित बाजोरिया और एमसीकेवी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष किशन कुमार केजरीवाल के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए । हावड़ा की जिला मजिस्ट्रेट मुक्ता आर्य, रीना चक्रवर्ती, सहायक। निदेशक (ई.आई.), एमएसएमई डीएफओ कोलकाता, एमएसएमई मंत्रालय, सरकार। भारत के एमएसएमई कार्यशाला में अतिथि के रूप में उपस्थित थे । डीएम ने राज्य सरकार की नयी पहल शिल्पेर समाधाने की जानकारी दी और उद्योग जगत एवं सरकार के बीच आपसी सहयोग पर जोर दिया । रीना चक्रवर्ती, सहायक। निदेशक (ई.आई.), एमएसएमई डीएफओ कोलकाता, एमएसएमई मंत्रालय, सरकार। भारत सरकार ने एमएसएमई-डीएफओ, सरकार द्वारा की गई पहलों के बारे में बात की। भारत की। उन्होंने उद्यम पंजीकरण, जीईएम पंजीकरण, समाधान पोर्टल और सरकार की अन्य पहलों के महत्व के बारे में उल्लेख किया। भारत की। एमसीसीआई के अध्यक्ष नमित बाजोरिया ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में एमएसएमई में तेजी से वृद्धि हुई । उन्होंने कहा कि राज्य भर में व्यापार बिरादरी से जुड़ने के साथ-साथ समावेशी विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए पश्चिम बंगाल के जिलों और टियर II और टियर III शहरों में आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मई 2011 से अप्रैल 2021 तक लगभग 13,997 औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित की गई हैं। 5,988 करोड़. अनुमानित निवेश लगभग 1,36,114 लोगों को रोजगार प्रदान करता है। एमसीकेवी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन किशन कुमार केजरीवाल ने कहा कि एमसीकेवी ग्रुप हावड़ा जिले के विकास और जिले के खोए हुए गौरव को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान हावड़ा में फाउंड्री, इंजीनियरिंग, कपड़ा, खाद्य उद्योग और अन्य क्षेत्रों के विकास में एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। एमसीसीआई की एमएसएमई काउंसिल के कोषाध्यक्ष एवं चेयरमैन संजीव कुमार कोठारी ने हेल्प डेस्क के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला । एमएसएमई कार्यशाला का समापन एमएसएमई परिषद, एमसीसीआई के सह अध्यक्ष, अखिल सोंथालिया द्वारा प्रस्तावित हार्दिक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। सत्र के बाद एमसीसीआई एमएसएमई हेल्प डेस्क, निम्नलिखित मेंटर पैनल के साथ एक-पर-एक परामर्श सत्र आयोजित किया गया ।