सम्पादकीय – भारत माता मात्र एक चित्र नहीं, संवेदना हैं, प्राण शक्ति हैं, तिरंगा सिर्फ कपड़ा नहीं, अस्तित्व है
आमुख – भारत माता ग्रामवासिनी ही नहीं, वह कण – कण वासिनी हैं
पड़ताल/दृष्टिकोण – तो ऐसा भारत आजाद नहीं
नींव की ईंट – विदेश की धरती पर भारत का ध्वज फहराने वाली भीखाजी कामा
नमस्ते भारत – पिंगली वेकैया – जिन्होंने डिजाइन किया हमारा तिरंगा
विश्वास /उत्सव – वाराणसी का भारत माता मंदिर
साहित्य प्रवाह – भारतमाता (कविता)
पुरुष क्षेत्र – आजादी का दिन…तीन रंगों से सज जाना है
फैशन / खूबसूरती – आजादी के सजीले रंग कुछ खास हैं
प्रसंगवश – तुलसी जयंती पर तुलसी के दोहे एवं पद
रसोई – स्वाधीनता दिवस पर तिरंगा व्यंजन
काव्य प्रवाह – भारत फिर उठ खड़ा हुआ है