ग्वालियर।रतन टाटा सिंधिया स्कूल की स्थापना दिवस के मौके पर स्टूडेंट्स से रुबरू थे। स्टूडेंट्स ने अपने कैरियर से लेकर बिजनेस आइडिया से जुड़े कई सवाल पूछे। टाटा ने भी बेझिझक होकर कहा कि जैसे लड़की के गुण देखकर प्रेम करो, वैसे ही स्टार्टअप में छिपी हुई संभावनाओं और उसे शुरू करने वाले व्यक्ति की गंभीरता को पहचानकर इनवेस्ट करो।
रतन टाटा जब सिंधिया स्कूल पहुंचे तो उन्होंने परंपरागत भाषण देने की बजाय स्टूडेंट्स से बातचीत शुरू कर दी। स्टूडेंट्स ने भी अपने फ्यूचर और बिजनेस के मंत्र पूछे। टाटा ने कहा कि किसी भी स्टार्टअप में इनवेस्ट करने से पहले उनका बिजनेस प्लान और उसे शुरू करने वाले का समर्पण देखता हूं।
-यह ठीक लड़की के प्रेम करने जैसा है, जिसमें उसके सभी गुण देखे जाते हैं। एक स्टूडेंट ने पूछा कि पेरेंट्स कहते हैं ज्यादा नंबर लाओ, तभी टिक पाओगे। इस पर टाटा का जबाव था मार्क्स से टेलेंट का आंकलन नहीं हो सकता। टाटा ने बताया कि बिल गेट्स और स्टीव जॉब ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी नहीं की, लेकिन बहुत सफल हुए। भारत के भ्रष्टाचार के बारे में टाटा ने कहा कि उनकी कंपनियों ने काम के लिए कभी रिश्वत नहीं दी। हालांकि इससे नुकसान भी उठाना पड़ा। इस मामले मे कभी भी मूल्यों से समझौता नहीं करना चाहिए।
रतन टाटा ने स्टूडेंट्स से कहा कि आने वाला समय ऐसा होगा, जब देश में सभी बराबर होंगे। सब काम मेरिट के आधार पर होंगे। खासतौर से देश में अभिव्यक्ति की पूरी आजादी होनी चाहिए। स्टूडेंट्स को उन्होंने सलाह दी कि एजूकेशन को केवल नंबर लाने का जरिया नहीं समझे, बल्कि अपने अंदर लीडरशिप और स्किल डेवलप करें। सफलता आपके कदमों में होगी। टाटा ने बताया कि उनकी कंपनी हमेशा ऐसा प्रोडक्ट लेकर मार्केट में आई, जिस पर लोग भरोसा कर सकें। यही सफलता का राज है।