ए के-47 की गोली भी रहेगी बेअसर
विदेशी जैकेट से आधी कीमत और वजन में भी हल्की
भाभा कवच ने 30 से ज्यादा परीक्षण पूरे किए
नयी दिल्ली : देश में सुरक्षाबलों के लिए स्वदेश में कारगर बुलेटप्रूफ जैकेट तैयार की गयी है। देश के भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बार्क) ने अगली पीढ़ी की इस जैकेट को तैयार किया है। यह जैकेट न सिर्फ वजन में हल्की है, बल्कि विदेश से आयात की जाने वाली जैकेट की तुलना में बेहद सस्ती भी है। इस जैकेट को परमाणु वैज्ञानिक डॉ. होमी जहांगीर भाभा के नाम पर ‘भाभा कवच’ का नाम दिया गया है। गृह मंत्रालय के अनुरोध पर बार्क के ट्रॉम्बे सेंटर ने इस जैकेट को तैयार किया है। स्वदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट हमारे सैनिकों को एसएलआर, इन्सास रायफल के साथ, एके-47 की गोलियों से भी बचा सकती है। ‘भाभा कवच’ का दाम जहां 70 हजार रुपए के करीब है, तो वहीं आयातित जैकेट की कीमत 1.5 लाख रुपए के करीब होती है। इतना ही नहीं, वजन में आधी होने के चलते स्वदेशी जैकेट सुरक्षाबलों के लिए इस्तेमाल में आसान है। बार्क के वैज्ञानिकों के मुताबिक भाभा कवच जैकेट का वजन महज 6 से 7 किलो के बीच है। इससे पहले विदेश से मंगाई जाने वाली जैकेट का वजन 17 से 20 किलो के बीच होता था।