तोक्यो : भारत ने 7 पदक जीतते हुए तोक्यो ओलिंपिक में इतिहास रच दिया है। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत की तोक्यो ओलिंपिक में शुरुआत रजत पदक से कराई थी तो जेवलिन थ्रो ऐथलीट नीरज ने सुनहरा समापन किया। वह भारतीय ऐथलेटिक इतिहास में पहला मेडल जीतने वाले खिलाड़ी बने। यह भारत का तोक्यो में 7वां पदक रहा। इसके साथ ही भारत ने अपने लंदन ओलिंपिक-2012 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6 पदकों को पीछे छोड़ दिया।
नीरज और मीराबाई के अलावा रवि कुमार दहिया ने रजत पदक जीता तो बॉक्सर लवलीना, शटलर पीवी सिंधु, पहलवान बजरंग पूनिया और हॉकी टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया। आइए देखें किस खेल में भारत को मिला मेडल…
1. वेटलिफ्टर मीराबाई चानू : मणिपुर की 26 वर्षीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने तोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए पहला रजत पदक जीता। उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा में 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) भार उठाकर रजत अपने नाम किया।
2. बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन: भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
3. शटलर पीवी सिंधु: सिंधु ने महिला बैडमिंटन के सिंगल्स का कांस्य पदक अपने नाम किया। उन्होंने चीन की ही बिंग जियाओ को 2-0 से हराया था। यह उनका ओलिंपिक में रेकॉर्ड दूसरा पदक रहा।
4. पहलवान रवि दहिया: भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया को पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में रूस ओलंपिक समिति (आरओसी) के जायूर उगयेव के हाथों 4-7 से हार का सामना कर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
5. पुरुष हॉकी टीम: भारत की पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ऐतिहासिक कांस्य पदक अपने नाम किया। 1980 के बाद यह पहला मौका था जब भारत ने हॉकी में पदक जीता है।
6. पहलवान बजरंग पूनिया: पूनिया ने पुरुषों के फ्री स्टाइल 65 किलो वर्ग कुश्ती स्पर्द्धा का कांस्य पदक जीतते हुए इतिहास रच दिया। उन्होंने कजाखस्तान के डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से एकतरफा हराया। इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 6 हो गयी है, जो लंदन ओलिंपिक-2012 के कराबर है।
7. जेवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा: भाला फेंक ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वह देश के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी और पहले ऐथलीट हैं।