नोएडा । एक समय था जब हर गांव का एक तालाब होता था। यह तालाब ग्रामीण जनजीवन, उसकी परंपराओं का अटूट हिस्सा होता था। धीरे-धीरे ये तालाब मिटने लगे। उन्हें पाटकर उनपर घर बनाए जाने लगे, कहीं-कहीं उन्हें सामूहिक कूडे़दान का रूप दे दिया गया। ग्रेटर नोएडा के डाढा गांव के रामवीर तंवर का बचपन इन्हीं तालाबों के किनारे बीता था। जब बचपन के साथी यों दम तोड़ने लगे तो उन्होंने तालाबों को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठा लिया। पिछले सात साल में उन्होंने 40 तालाबों में फिर से पानी लौटाया है। इनमें उनके अपने गांव और जिले के ही नहीं दूसरे प्रदेशों के भी तालाब शामिल हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी रामवीर को सम्मानित किया है। रामवीर तंवर ‘पॉन्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से भी मशहूर हैं। वह कहते हैं कि जब बचपन में अपने गांव की झील, तालाबों और नदियों में नहाने जाते थे, तो बहुत अच्छा लगता था। लेकिन अब ये सभी चीजे धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं। इन्हें पुनर्जीवित करने के लिए रामवीर तंवर ने साल 2015 में एक अभियान की शुरुआत की। शुरू में तो वह केवल लोगों को जागरुक करते थे। धीरे-धीरे वह इन पर बसे अवैध अतिक्रमण हटाने, तालाबों का सुंदरीकरण करने और पुनर्जीवित करने में लग गए। अकेले ही इस राह पर चलने वाले रामवीर तंवर के साथ आज करीब एक दर्जन साथी हैं।
यूपी के बाहर भी तालाबों को लौटाया जीवन
धीरे-धीरे उनका यह अभियान इतना व्यापक हो गया कि उन्हें मेकेनिकल इंजिनियर की अपनी नौकरी भी साल 2018 में छोड़नी पड़ गई। उनका अभियान यूपी से बाहर मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और कर्नाटक तक फैल गया। आम जनता को इस अभियान से जोड़ने के लिए उन्होंने ‘सेल्फी विद पॉन्ड’ की शुरुआत की। इससे लोगों को अपने क्षेत्र के तालाबों की मौजूदा हालत की जानकारी भी होती थी और फिर वे उन्हें सुधारने के लिए भी पहल करते थे।