दांत और बाल अभी भी सुरक्षित
मॉस्को : साइबेरिया की बर्फ में जमी हुए अवस्था में पाए गए एक पूरी तरफ से संरक्षित शेर के शावक की पुष्टि ‘मादा’ के रूप में हुई है, जिसकी मौत करीब 28,000 साल पहले हो गई थी। जीवों से जुड़े एक नए अध्ययन में इसकी जानकारी दी गई। यह अब तक पाए गए सबसे अच्छी तरह संरक्षित हिमयुग के जानवरों में से एक है। सेंटर फॉर पैलियोजेनेटिक्स, स्टॉकहोम, स्वीडन की टीम ने इसका नाम स्पार्टा (Sparta) रखा है।
अभी भी पहले जैसे दांत और त्वचा
रिसर्च के मुताबिक मादा शावक की मौत के समय उसकी उम्र दो महीने से भी कम थी। वह गोल्डेन फर से ढकी हुई पाई गई। मादा शावक के दांत, त्वचा और मूछें अभी भी बरकरार हैं। इसको पर्माफ्रॉस्ट में संरक्षित किया गया था, जो जमीन पर या उसके नीचे ऐसी सतह होती है जहां का तापमान लगातार शू्न्य डिग्री सेल्सियस से कम रहता है। यह दो विलुप्त हो चुके ‘बिग कैट’ शावकों में से एक थी, जिसे सेम्युल्याख नदी के तट पर मैमथ टस्क हंटर्स ने खोजा था।
दूसरा शावक 43,448 साल पुराना
अनुमान था कि यह दोनों शावक भाई-बहन थे क्योंकि वे सिर्फ 49 फीट दूर पाए गए थे। रिसर्च में सामने आया है कि स्पार्टा दूसरे शावक की तुलना में 15,000 साल बाद जीवित थी। रेडियो कार्बन डेटिंग के अनुसार, बोरिस नाम के दूसरे शावक की उम्र ज्यादा है और वह 43,448 साल का है। जब उसकी मौत हुई तो उसकी उम्र भी एक-दो महीने के बीच की थी। रूस और जापानी वैज्ञानिकों की जांच में इस बात के कोई सबूत नहीं मिले कि उन्हें किसी शिकारी ने मारा था।
हादसे का शिकार हुए शावक
टीम ने कहा कि स्कैन में उनकी खोपड़ी और पसलियों की चोट दूसरी संभावनाओं की ओर इशारा करती है। शोधकर्ता लव डेलन ने कहा कि शायद वे किसी मडस्लाइड में मर गए होंगे या पर्माफ्रॉस्ट किसी दरार में गिर गए होंगे। 2017 और 2018 के बीच पूर्वी साइबेरिया में उनकी खोज की गयी थी।