संयुक्त राष्ट्र :संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने वैश्विक संस्था (यूएन) के आतंकवाद रोधी कार्य में भारत के सहयोग की सराहना की है। साथ ही, इस्लामिक स्टेट से भाग रहे आतंकवादियों का पता लगाने की जरूरत और किसी हमले को अंजाम देने से पहले उन्हें रोके जाने को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एक उच्च प्राथमिकता बताया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र आतंकवादी यात्रा रोकथाम कार्यक्रम शुरू किए जाने के दौरान यह कहा। श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के करीब दो सप्ताह बाद संयुक्त राष्ट्र ने यह कदम उठाया है। इन हमलों की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली थी। गुतारेस ने कहा कि यह कार्यक्रम आतंकवाद रोधी अंतरराष्ट्रीय सहयोग मजबूत करने, आतंकवादियों का पता लगाने, उनकी पहचान करने, उन्हें रोकने और अभियोजित करने के लिए बहुपक्षीय नेटवर्क को विस्तारित करने में और आतंकवाद से सर्वाधिक प्रभावित सदस्य देशों के पास इस खतरे से निपटने की क्षमता को सुनिश्चित करने में मदद करेगा। गुतेरस ने कहा, ‘‘मैं संरा के आतंक रोधी कार्य में भारत, जापान, सउदी अरब और कतर के निरंतर सहयोग की सराहना करता हूं। ’’
उन्होंने कहा कि आईएसआईएस के शिकस्त के बाद कई आतंकी स्वदेश लौटने या सुरक्षित पनाहगाहों या दुनिया के संकटग्रस्त हिस्सों में जाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से कई आतंकी अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं और वे भविष्य में आतंकी हमलों को अंजाम दे सकते हैं। अन्य के कट्टरपंथ फैलाने और अपने उद्देश्य के लिए नये साथियों की भर्ती करने की संभावना है। गुतेरस ने कहा कि किसी हमले को अंजाम देने से पहले इन आतंकवादियों और अन्य खतरनाक अपराधियों का पता लगाना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक उच्च प्राथमिकता है।