दुर्गापूजा के रंग में सारा महानगर ही नहीं बल्कि सारी दुनिया झूम उठी है। महानगर से लेकर जिलों तक में आकर्षक बहुरंगी मंडप सज उठे हैं…तो चलते हैं शुभजिता दुर्गोत्सव 2022 की पूजा परिक्रमा में –
भवानीपुर 75 पल्ली की पूजा की थीम परम्परा पर केन्द्रित है। थीम है एतिज्य बेचे थाकूक यानी धरोहर बची रहे। इसकी परिकल्पना प्रशान्त पाल ने की है। पूजा मण्डप को बंगाल के परम्परागत पट्ट चित्रों से सजाया गया है। मिदनापुर के नयाग्राम स्थित पिंगला इस परम्परा को निभा रहे हैं। पूजा कमेटी के सचिव सुबीर दास ने कहा कि पट्ट चित्र में चीजों को रिसाइकिल किया जाता है। इस पूजा का 58वाँ वर्ष है।
यंग बॉयज क्लब की दुर्गापूजा में माँ मयूरपंखी नौका पर सवार हैं। मध्य कोलकाता के ताराचंद दत्त स्ट्रीट पर स्थित इस पूजा मंडप को सजाने के लिए होगला के पत्ते, पथकाठी और सूखे मेवों का इस्तेमाल किया गया है। पूजा का यह 53वाँ वर्ष है। यंग बॉयज क्लब के युवा अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि मंडप के निर्माण में आधुनिक कलाकारों के साथ ग्रामीण कलाकारों की भी सहायता ली गयी है।
मोहम्मद अली पार्क के यूथ एसोसिएशन की दुर्गा पूजा में इस बार राजस्थान की स्थापत्य शैली दिखेगी। मंडप राजस्थान के उदयपुर स्थित शीश महल की प्रतिकृति है। इय पूजा कमेटी के महासचिव सुरेन्द्र वर्मा के अनुसार बहुत से लोग राजस्थान नहीं जा पाते इसलिए उनको ध्यान में रखकर यह थीम चुनी गयी है। पूरे मंडप में शीशे, कांच की झालर और बहुरंगी चित्रों की छटा दिखाई पड़ रही है। इस पूजा की शुरुआत 1969 में हुई थी। प्रतिमा पारम्परिक है। इस पूजा का यह 54वाँ वर्ष है। आक्रर्षक प्रकाश सज्जा मंडप की सुन्दरता में और भी निखार ला रही है।