मिदनापुर – विद्यासागर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से प्रेमचंद जयंती का आयोजन विभागीय कक्ष में किया गया। इस अवसर पर उद्घाटन गीत सुजाता सिंह ने प्रस्तुत किया। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए प्रो. दामोदर मिश्र ने प्रेमचंद को भारतीय समाज का यथार्थवादी लेखक माना। प्रेमचंद ने अपना सारा जीवन साहित्य सृजन में लगाया। आज के संदर्भ में प्रेमचंद विषय पर रत्ना कुमारी, अमर सिंह, प्रियंका अग्रवाल, राफिया खातून, पंकज सिंह, चंदना मंडल, अनिल कु. सरोज, खूशबू यादव, सुजाता सिंह, बरखा देवी, प्रियंका गुप्ता ने अपने मत व्यक्त किया।
प्रेमचंद पर केन्द्रित साहित्य प्रश्न प्रतियोगिता में क्रमश: पहला स्थान मौसमी गोप, अनुराधा मनीषा घोष, दूसरा सुजाता सिंह, के. अनुशा राफिक और तीसरा स्थान सुषमा शर्मा, जी. स्वाती और प्रिया शर्मा को मिला।
आशु भाषण प्रतियोगिता में क्रमश: पहला, दूसरा एवं तीसरा स्थान मौसमी गोप, के अनुशा. एवं प्रियंका अग्रवाल को मिला।
संयोजक संजय जायसवाल ने कहा कि प्रेमचंद ने जीवन की समग्रता को कथा का आधार बनाते हुए नैतिक मूल्यों को जीवन और समाज में स्थापित करने का प्रयास किया। कार्यक्रम का सफल संचालन मौसमी गोप ने किया।