कोलकाता । बंगाल में निवेश को लेकर धारणा बदल रही है। कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया की कौंसुल जनरल रॉन एनिस्वर्थ ने भारत एवं ऑस्ट्रेलिया के व्यापारिक सम्बन्धों को लेकर मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की तरफ से एक परिचयात्मक सत्र में यह बात कही। भारत एवं ऑस्ट्रेलिया के व्यापार के अवसरों को लेकर एनिस्वर्थ ने कहा कि ईसीटीए समझौते के बाद भारतीय विनिर्माण क्षेत्र कोयला एवं अल्यूमिनियम से लेकर निकेल, लिथियम एवं कोबोल्ट जैसे कच्चे माल प्राप्त कर सकता है। बंगाल के औद्योगिक परिदृश्य की सराहना करते हुए बंगाल में निवेशकों के लिए उद्योग के अनुकूल वातावरण है। ऑस्ट्रेलिया के व्यवसायी बंगाल में निवेश को तैयार हैं। बंगाल के लॉजिस्टिक क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया 100 मिलियन डॉलर का निवेश करना चाहता है।
रॉन एनिस्वर्थ ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने 2035 तक 3 शीर्ष निर्य़ात क्षेत्रों को उन्नत करने एवं एशिया में निवेश की सम्भावनाओं को आगे ले जाने का निर्णय लिया है। ऑस्ट्रेलिया एसटीईएम एवं आईसीटी विद्यार्थियों के लिए उनकी पढ़ाई के बाद के कार्य अधिकारों का विस्तार करेगा।
‘इंडिया – ऑस्ट्रेलिया इकोनॉमिक एंड कोऑपरेशन ट्रेड एग्रीमेंट’ विषय इस सत्र में एवं नयी दिल्ली में ऑस्ट्रेलियन हाई कमिशन में मिशन डिप्टी हेड साराह स्टोरे ने कहा कि भारत – ऑस्ट्रेलिया के बीच साझा रणनीतिक साझीदारी नयी ऊँचाइयों को छू रही है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इन सम्बन्धों को और मजबूत करने के लिए 1500 करोड़ की नयी योजनाओं की घोषणा की है। खनन और धातु के क्षेत्र में भी ऑस्ट्रेलिया निवेश को तैयार है। मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष ऋषभ कोठारी ने दोनों देशों के बीच विद्यार्थियों की आवाजाही को और सुगम बनाने पर जोर दिया। धन्यवाद ज्ञापन एमसीसीआई की एमएसएमई काउंसिल के चेयरमैन संजीव कोठारी ने दिया।