वाराणसी : बनारसी साड़ी अपने आप में एक ब्रांड है। लेकिन अब बनारसी लंगड़ा व बनारसी दशहरी आम संयुक्त अरब अमीरात की पहली पसंद बन रहा है। गुरुवार को यहां से तीन टन आम दुबई के लिए निर्यात किया गया है। इससे लॉकडाउन के बीच आम के कारोबारियों को काफी सहूलियत मिली है। जिले के इतिहास में ये पहला मौका है जब यहां से आम दुबई निर्यात किया गया है। इस काम में एपीडा (एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवेलपमेंट अथॉरिटी) की भूमिका रही है।
गुरुवार को राजा तालाब के भिखारीपुर बाग से तीन टन आम की खेप को कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मैंगो एक्सपोर्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नदीम सिद्दीकी ने बताया कि बनारस के खास आम पहली बार विदेशी सरजमी पर भेजा गया है। किसान चौधरी शार्दूल विक्रम ने बताया कि लाकडाउन में विदेश आम जाने से किसानों को संजीवनी मिलेगा। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि आम की खेप सड़क मार्ग द्वारा पहले लखनऊ और फिर वहां पैकेजिंग करने के पश्चात हवाई मार्ग द्वारा रवाना किया जाएगा।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर आम की खेप रवाना की।
किसान शार्दूल विक्रम सिंह ने बताया कि 3 टन आम उन्हीं के बगीचे से पहली बार जा रहा है। 30 एकड़ में उनका बागान फैला है। उनके मुताबिक 2018-19 में भारत ने विदेशों में करीब 1100 करोड़ का आम निर्यात किया था। 3000 टन की पैदावार करीब वाराणासी में होती है। 12 हजार हेक्टेयर से घट कर पैदावार अब 1000 हेक्टेयर में ही होती होगी। 200 हेक्टेयर सड़क और हाईवे, फोर लेन निर्माण में चले गए होंगे।