कोलकाता । लिटिल थेस्पियन, 28 फरवरी 2025 से 5 मार्च 2025 तक ज्ञान मंच में अपना 14वां राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव जश्न-ए-अज़हर आयोजित करने जा रहा है। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार और अज़हर आलम मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त इस महोत्सव को प्रसिद्ध नाटककार श्री प्रताप सेहगल को समर्पित किया गया है। प्रताप सहगल साहित्यिक जगत के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी यात्रा विचारशील कविताओं और कहानियों से शुरू की थी। अपनी साहित्यिक यात्रा के दौरान, उनकी रुचि नाटक लेखन में बढ़ी, जिसके बाद उन्होंने नाटक लेखन और कविता पर विशेष रूप से समीक्षाएं और आलोचनाएं लिखना शुरू किया। इससे व्याख्या के कई स्तर खुल गए। नाटक में विज्ञान नाटकों के लेखन को पुनर्जीवित करने के लिए जिम्मेदार, उन्होंने अपनी अमिट छाप हर साहित्यिक विधा पर छोड़ी है जिसे उन्होंने लिखा है। नाटककार के रूप में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए, संगीत नाटक अकादमी, भारत सरकार ने उन्हें संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया है। महोत्सव में उनके द्वारा लिखित 9 नाटकों (लिटिल थेस्पियन के सहित) का मंचन किया जाएगा। सेहर, शांतिनिकेतन अपने नाटक कोई और रास्ता का मंचन करेगा, जिसके निर्देशक मृत्युंजय प्रभाकर हैं। दास्तान थिएटर स्टूडियो, ग्वालियर अपने नाटक अन्वेषक का मंचन करेगा, जिसका निर्देशन आयाज़ खान ने किया है। संतोषपुर अनुचिंतन, कोलकाता अपना नाटक बच्चे बड़े हो रहे हैं, का मंचन करेगा, जिसके निर्देशन गौरव दास हैं । यूनिकॉर्न एक्टर्स स्टूडियो, नई दिल्ली अपना नाटक अंतराल का मंचन करेगा, जिसका निर्देशन गौरी देवल ने किया है । अनुरगना थिएटर ग्रुप, नई दिल्ली अपने नाटक तीन गुमशुदा लोग का मंचन करेगा, जिसका निर्देशन अशरफ अली ने दिया है । कमला शंकर धनवंती फाउंडेशन, दिल्ली अपना नाटक रामानुजन का मंचन करेगा, जिसका निर्देशन हिमांशु हिमनिया ने किया है । समुख, नई दिल्ली अपना नाटक बुल्लेशाह का मंचन करेगा, जिसका निर्देशन अरविंद सिंह और मंच रंग मंच, अमृतसर अपना नाटक रंग बसंती का मंचन करेगा, जिसका निर्देशन केवल धालीवाल ने किया है । नाट्य महोत्सव में दो दिनों का रंग संवाद होगा, जिसमें डॉ. अरुण होता (कोलकाता), डॉ. मोहम्मद काज़िम (दिल्ली), डॉ. ऋषि भूषण (कोलकाता), डॉ. विनय मिश्रा (कोलकाता) और श्री आयाज़ खान (ग्वालियर) ‘प्रताप सेहगल के नाटकों में ऐतिहासिक प्रासंगिकता’ विषय पर चर्चा करेंगे, जबकि डॉ. शुभ्रा उपाध्याय (कोलकाता), डॉ. इतु सिंह (कोलकाता), डॉ. रेश्मी पांडा मुखर्जी (कोलकाता), डॉ. कृष्ण कुमार श्रीवास्तव (आसनसोल), श्री अशरफ अली (दिल्ली) और श्री गौरव दास (कोलकाता) ‘प्रताप सेहगल के नाटकों में मानवीय अस्तित्व की खोज’ विषय पर अपने विचार साझा करेंगे। चौथा अजहर आलम मेमोरियल अवार्ड प्रताप सेहगल को प्रदान किया जाएगा। लिटिल थेस्पियन पांच रंगकर्मियों को उनकी रंगकला के प्रति समर्पित सेवा के लिए सम्मानित करेगा: श्री पवन मास्करा (रंग अभिनेता),जीतेंद्र सिंह (नाट्य निर्देशक), सीमा घोष (रंग अभिनेत्री), श्री ख़ुर्शीद इकराम मन्ना (रंग कलाकार) और डॉ. गगन दीप (नाट्य निर्देशक)।इस नाट्य महोत्सव में लिटिल थेस्पियन की दूसरी नाट्य प्रतियोगिता का अंतिम चरण भी होगा, जिसमें प्रतियोगिता के पहले चरण में चयनित तीन सर्वश्रेष्ठ टीमें अपने नाटक प्रस्तुत करेंगी और विजेताओं का चयन एवं उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। दूसरी आलेख लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं की भी घोषणा की जाएगी और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। कुल मिलाकर, जश्न-ए-अज़हर में रंगमंच के सभी पहलुओं को शामिल गया है।