कोरोना वायरस को पकड़ पाना दुनियाभर के वैज्ञानिकों को मुश्किल हो रहा है। अमेरिका के येल यूनिवर्सिटी में भारतीय मूल के वैज्ञानिक लोकेश शर्मा ने अपने अध्ययन में बताया है कि कोरोना वायरस से पीड़ित आधे मरीजों जिनमें सामान्य लक्षण था उनमें वायरस लक्षण खत्म होने के बाद आठ दिन बाद तक रहता है। हाल ही में अमेरिकल जर्नल ऑफ रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित शोध में बताया गया है कि यही कारण है कि वायरस को फैलने से रोकना मुश्किल हो रहा है। वैज्ञानिकों ने ये शोध कोरोना पीड़ित सोलह मरीजों पर किया है जिनका इलाज 28 जनवरी से 9 फरवरी के बीच चला है। सभी मरीजों के स्वैब का सैंपल एक-एक दिन के अंतराल पर गले से स्वैब लिया गया था। इसमें पाया गया कि जो मरीज अस्पताल से निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद डिस्चार्ज हो गया उसमें भी कई दिनों तक वायरस रहा। ऐसे में वायरस से गंभीर लक्षण आने में समय लगता है।
क्वारंटीन दो हफ्ते के लिए और बढ़ाएं
शोध में बताया है कि अगर आपको कोरोना के सामान्य लक्षण हैं और घर पर क्वारंटीन हैं। संक्रमण को फैलने से रोकना चाहते हैं तो पूरी तरह ठीक होने के बाद क्वारंटीन की समय सीमा दो हफ्ते के लिए बढ़ा दें। रोगी के ठीक होने के बाद भी कुछ समय तक सावधानी बरतने के साथ उसका नियमित सामान्य इलाज जरूरी है।