भारतीय रेल के लिए रामायण सर्किट पर चलाई जाने वाली विशेष टूरिस्ट ट्रेनें लाभ का सौदा साबित हो रही हैं। पहली ट्रेन से उत्साहित होकर रेलवे तीन और ऐसी रेलगाड़ियां शुरू करने जा रहा है। ये रेलगाड़ियां देशके अलग अलग हिस्से से शुरू होकर रामायण से जुड़े तीर्थ स्थलों का सैर कराएंगी। पहली ट्रेन दिल्ली से चेन्नई के बीच 14 नवम्बर से आरंभ हो रही है।
रेल अधिकारियों का कहना है कि स्पेशल ट्रेनों में आम तौर पर 50 से 60 फीसदी सीटें ही भरती हैं, पर रामायण एक्सप्रेस की 7 जुलाई को घोषणा के 15 दिन के अंदर ही इसकी सभी सीटें बुक हो गईं। अब आईआरसीटीसी ऐसी ही तीन टूरिस्ट ट्रेन राजकोट, जयपुर और मदुरै से शुरू करने जा रहा है। इनमें से सभी ट्रेनें अयोध्या अवश्य जाएंगी जो भगवान राम की जन्मस्थली मानी जाती है।
इसके अलावा रामायण से जुड़े स्थल हनुमान गढ़ी, रामकोट और कनकभवन मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। इसके अलावा ट्रेन का ठहराव नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयागराज, श्रींगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हंपी और रामेश्वरम में होगा। आईआरसीटीसी के अधिकारी बताते हैं कि रेलवे यात्रियों को उन तीर्थस्थलों तक ले जाएगी, जहां तक ट्रेन नहीं जाती। जैसे सीतामढ़ी से जनकपुर तक का सफर सड़क मार्ग से करना होगा।
800 यात्री एक ट्रेन में
रामायण एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास होगा। इसमें 800 यात्रियों के लिए स्थान उपलब्ध होगा। जो लोग श्रीलंका जाना चाहेंगे वे चेन्नई से कोलंबो फ्लाईट से जा सकते हैं। यात्रियों की माँग के अनुसार इन ट्रेनों में अलग अलग बोर्डिंग प्वाइंट भी तय किया जा सकता है। मदुरै से खुलने वाली ट्रेन भी 14 नवंबर से शुरू होगी। इसमें एक व्यक्ति का किराया 15120 रुपये होगा। यह ट्रेन, नासिक, दरभंगा, देवीपट्टनम, थिरुपुलानी भी जाएगी।जयपुर से रामायण सर्किट ट्रेन 22 नवंबर को शुरू होगी। यह ट्रेन अलवर, रेवाड़ी और दिल्ली से भी यात्रियों को लेकर आगे चलेगी। इस ट्रेन का नाम रामायण यात्रा या रामायण एक्सप्रेस होगा। गुजरात के राजकोट से ट्रेन 7 दिसंबर को आरंभ होगी। इस ट्रेन पर यात्री सुरेंद्रनगर, विरमगाम, साबरमती, आणंद, वडोदरा, गोधरा, दाहोद और मेघनगर से सवार हो सकेंगे।